नई दिल्ली, 31 अगस्त । लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा में शीर्ष स्तर पर पहली बार एक बड़ी और महत्वपूर्ण मुलाकात हुई है। केरल के पलक्कड़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक के शुरू होने से पहले भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सरसंघचालक मोहन भागवत से मुलाकात कर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
संघ के एक वरिष्ठ नेता ने मोहन भागवत और जेपी नड्डा की मुलाकात के बारे में आईएएनएस से कहा, “बैठक में आए हैं तो मिलना-जुलना तो होगा ही।”
दरअसल, लोकसभा चुनाव के समय संघ को लेकर जेपी नड्डा द्वारा दिया गया एक बयान काफी चर्चा में रहा था। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद विभिन्न मुद्दों पर संघ नेताओं के जिस तरह से बयान आ रहे थे, उसे लेकर भी कई तरह की चर्चाएं हो रही थी। वहीं भाजपा में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की भी जोर-शोर से तलाश की जा रही है। इन तमाम चर्चाओं के बीच मोहन भागवत के साथ जेपी नड्डा की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, मोहन भागवत और जेपी नड्डा की इस मुलाकात के दौरान संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले भी मौजूद रहे।
आपको बता दें कि आरएसएस में कामकाज के नियमों और परंपराओं के मुताबिक, संघ के पूरे कामकाज को सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ही देखते हैं। ऐसे में भविष्य को लेकर इन तीनों नेताओं की मुलाकात को काफी अहम और महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात के दौरान जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव के नतीजों से जुड़ी कई पहलुओं से संघ प्रमुख को अवगत कराया। वहीं, तीसरी बार सरकार बनने के बाद केंद्र द्वारा जनता के कल्याण और राष्ट्रवादी एजेंडे को लेकर सरकार द्वारा किए गए कामकाज और भविष्य की रणनीति के कुछ एजेंडे की भी जानकारी दी। संघ और संघ से जुड़े सभी संगठनों के साथ और ज्यादा बेहतर समन्वय और तालमेल बनाने पर भी इस बैठक में चर्चा हुई। आने वाले दिनों में भाजपा को नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करना है और उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और आह्वान के मुताबिक, भाजपा में राष्ट्रीय स्तर पर भी नए चेहरों को मौका देने की बात कही जा रही है। भाजपा संगठन में होने वाले आगामी बदलाव की रूपरेखा को लेकर भी इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
आपको बता दें कि आरएसएस की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक शनिवार से केरल के पलक्कड़ में शुरू हो गई है। यह बैठक 2 सितंबर तक चलेगी। संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, संघ के सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य अखिल भारतीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में हो रही इस बैठक में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष सहित संघ से जुड़े 32 विभिन्न संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संगठन मंत्री मौजूद हैं। बै
ठक में शामिल हो रहे अन्य संगठनों की बात करें तो, इसमें विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार एवं महामंत्री बजरंग बागड़ा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री आशीष चौहान, राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शान्तका एवं प्रमुख कार्यवाहिका सीता अन्नदानम, वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष ले. जनरल (सेनि) वी. के. चतुर्वेदी, अ. भा. ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष नारायण भाई शाह, विद्या भारती के अध्यक्ष रामकृष्ण राव, भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष हिरणम्य पण्ड्या, आरोग्य भारती के अध्यक्ष डा.राकेश पंडित सहित कुल मिलाकर 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी तथा सभी संगठनों की महिला प्रतिनिधि सहित लगभग 300 कार्यकर्ता बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
यह अखिल भारतीय बैठक सामान्य तौर पर वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है। जिसमें संघ से जुड़े संगठन अपने-अपने कामकाज के बारे में जानकारी देते हैं और साथ ही भविष्य के एजेंडे पर चर्चा भी करते हैं। शनिवार को शुरू हुई बैठक के प्रारंभ में हाल ही में केरल के वायनाड में आए भूस्खलन की जानकारी और स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सहायता व सेवा कार्यों की जानकारी सभी प्रतिनिधियों को दी गई। बैठक में मौजूद विभिन्न संगठन के कार्यकर्ता अपने-अपने संगठन के कार्य की जानकारी देंगे और साथ ही अनुभवों का आदान-प्रदान भी करेंगे।
इसके अलावा, राष्ट्रीय हित के विभिन्न विषयों के संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य, हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के अन्य आयामों, योजनाओं के संदर्भ में बैठक में चर्चा होगी। सभी संगठन विविध विषयों पर परस्पर सहयोग तथा समन्वय को और अधिक बढ़ाने के लिए आवश्यक उपायों पर भी बैठक में चर्चा करेंगे।
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