कोलकाता, 1 फरवरी । कोलकाता के प्रतिष्ठित जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के दो छात्रों पर उसी विश्वविद्यालय की एक दृष्टिबाधित छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। इस मामले में जेयू के अधिकारियों ने आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) को जांच करने का निर्देश दिया है।
दो आरोपी छात्रों में से एक को विश्वविद्यालय अधिकारियों ने पहले ही निर्देश दिया है कि जब तक पैनल मामले में अपनी अंतिम जांच रिपोर्ट नहीं दे देता, तब तक वह जेयू परिसर में प्रवेश न करे। आरोपी छात्र भी दृष्टिबाधित है।
विश्वविद्यालय अधिकारियों के फैसले के अनुसार, पैनल 12 फरवरी को मामले पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट देगा। इसके एक महीने बाद समिति की फाइनल रिपोर्ट सामने आने की उम्मीद है।
पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग (डब्ल्यूबीएचआरसी) ने पहले ही जेयू अधिकारियों से एक रिपोर्ट मांगी है। विश्वविद्यालय के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पैनल द्वारा अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दाखिल करने के बाद इसे आयोग को भेजा जाएगा।
जलपाईगुड़ी जिले के मालबाजार इलाके की रहने वाली 20 वर्षीय पीड़िता ने 18 जनवरी को आत्महत्या कर ली थी। घटना के आठ दिन बाद 26 जनवरी को उसके परिजनों ने जेयू के एक छात्र और एक रिसर्च स्कॉलर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय माल थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत में, परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि दृष्टिबाधित लड़की ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि आरोपी उस पर विश्वविद्यालय परिसर में नशीले पदार्थों का सेवन करने के लिए दबाव डाल रहे थे।
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