हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड (एचपीएसईबीएल) ने आज मंडी की सांसद कंगना रनौत के इस दावे को गलत और भ्रामक बताया कि उन्हें उनके मनाली आवास के लिए एक लाख रुपये का मासिक बिल सौंपा गया है।
बिजली बोर्ड के अनुसार, 90,384 रुपये का बिल दो महीने का था। इसमें दावा किया गया कि कंगना ने समय पर अपने बिल का भुगतान नहीं किया और उनके घर पर कनेक्टेड पावर लोड 94.82 किलोवाट था, जो सामान्य घर से 1,500 प्रतिशत अधिक है।
मंगलवार को मंडी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कंगना ने दावा किया था कि उन्हें मनाली स्थित उनके घर का एक लाख रुपये का बिल मिला है, जहां वह रुकी ही नहीं थीं। उन्होंने कहा, “उन्होंने बस का किराया बढ़ा दिया है, एजेंसियां समोसे की जांच कर रही हैं, हम यह सब सुनते और पढ़ते हैं और शर्मिंदा महसूस करते हैं। मैं कहना चाहती हूं कि वे भेड़ियों की तरह हैं और हमें राज्य को उनके पंजे से बचाने की जरूरत है।”
बोर्ड ने अपनी सफाई में कहा कि कंगना का यह दावा गलत और भ्रामक है कि बिजली बिल एक महीने का है। बोर्ड के प्रवक्ता ने कहा, “22 मार्च को कंगना रनौत को जो बिल जारी किया गया है, उसमें 32,287 रुपये का पिछला बकाया बिल भी शामिल है। दो महीने का कुल बिल 90,384 रुपये है।”
बोर्ड ने दावा किया कि कंगना समय पर अपने बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रही हैं। प्रवक्ता ने कहा, “अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2024 में उनके आवास का बिजली बिल 82,061 रुपये था और उन्होंने 16 जनवरी को इसका भुगतान किया।” “इसी तरह, उन्होंने जनवरी और फरवरी के बिजली बिल का भुगतान समय पर नहीं किया। जनवरी में उनके आवास पर खपत की गई बिजली लगभग 6,000 यूनिट थी और बिल 31,367 रुपये का था। फरवरी में बिजली की खपत 9,000 यूनिट थी और बिल 58,096 रुपये का था, जिसमें विलंब भुगतान शुल्क भी शामिल है।”
प्रवक्ता ने कहा कि कंगना के घर पर हर महीने बिजली की खपत काफी ज़्यादा है, जो 5,000 से 9,000 यूनिट तक है। उन्होंने कहा, “इसके अलावा, वह नियमित रूप से राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी का लाभ उठा रही हैं। उन्हें फरवरी के बिल पर 700 रुपये की सब्सिडी मिली है।”
मंडी के सांसद के पास बड़ा घर है : सुखू कंगना रनौत को बिजली का बहुत बड़ा बिल आया है, क्योंकि उन्होंने बड़ा घर बनवाया है। वैसे भी मैं उनके बयानों को गंभीरता से नहीं लेता। वे ऐसे बयान देती रहती हैं। सुखविंदर सिंह सुखू, मुख्यमंत्री