महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन द्वारा एमवीए को करारी शिकस्त देने के एक दिन बाद, मंडी से सांसद कंगना रनौत ने रविवार को विपक्ष के गठबंधन की तुलना ‘दैत्य’ से की और कहा कि महिलाओं का अपमान करने के कारण उसे यह अंजाम भुगतना पड़ा।
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कंगना ने कहा, “मुझे उद्धव ठाकरे की ऐसी ही बुरी विफलता की उम्मीद थी। हम पहचान सकते हैं कि कौन ‘देवता’ है और कौन ‘दैत्य’ (शैतान) है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे महिलाओं का सम्मान करते हैं या उनके कल्याण के लिए काम करते हैं।” उन्होंने कहा कि उन्हें ‘दैत्य’ जैसा ही हश्र झेलना पड़ा।
उन्होंने आरोप लगाया, “जो लोग महिलाओं का सम्मान नहीं करते, वे कभी नहीं जीत सकते। उन्होंने मेरा घर तोड़ दिया और मेरे साथ गाली-गलौज की।”
इससे पहले कंगना ने कुल्लू जिले के भुंतर हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि लोगों ने देश को तोड़ने की बात करने वालों को अच्छा सबक सिखाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि उनका मानना है कि उनका जन्म “देश के उद्धार के लिए हुआ है और वे अजेय हैं।”
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने विकास और स्थिर सरकार के लिए वोट दिया है। उन्होंने महायुति की चुनावी सफलता के लिए मोदी को बधाई दी और कहा कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री का फैसला भाजपा आलाकमान करेगा।
मंडी के सांसद ने कहा, “प्रचार के दौरान मैंने देखा कि हर बच्चा ‘मोदी-मोदी’ का नारा लगा रहा था। प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे बड़े नेता हैं। भाजपा एक ब्रांड है और आज भारत के लोग इस ब्रांड पर विश्वास करते हैं।”
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री का जन्म देश के उद्धार के लिए हुआ है और वह अजेय हैं।” रनौत ने दावा किया कि आजादी के बाद कांग्रेस भी एक ब्रांड थी लेकिन आज यह एक क्षेत्रीय पार्टी बन गई है क्योंकि लोगों का इसमें विश्वास खत्म हो गया है।