नई दिल्ली: मंडी की सांसद कंगना रनौत ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान अपने पहले भाषण में शॉल और जैकेट बनाने के लिए भेड़ और याक के ऊन से पारंपरिक बुनाई के तरीकों को बचाने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की।
लोक संगीत और ऊन बुनाई को बचाने के लिए संसद में कंगना रनौत ने आवाज उठाई

Kangana Ranaut raises voice in Parliament to save folk music and wool weaving