केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय ने कांगड़ा ज़िले को धरती आबा जनजातीय विकास अभियान के उत्कृष्ट कार्यान्वयन के लिए सम्मानित किया है। इस अभियान का उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में प्रत्येक पात्र लाभार्थी तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाना है। ज़िले को उनके अनुकरणीय कार्य के लिए प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि पिछले एक साल में 16 पंचायतों के 19 आदिवासी गाँवों को आदर्श गाँव के रूप में विकसित करने के लिए जिले भर में जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। उत्कर्ष अभियान के तहत, प्रशासन ने अगले पाँच वर्षों में लक्षित कार्यान्वयन के लिए 25 प्रमुख योजनाओं को प्राथमिकता दी है, जिनमें आदिवासी बहुल पंचायतों में सड़क और दूरसंचार संपर्क, शिक्षा, आँगनवाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उप-केंद्र, पेयजल, जल निकासी और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।
लगभग 50 प्रतिशत आदिवासी आबादी वाली पंचायतों में, निवासियों को कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी देने और पात्र लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाए गए। आधार नामांकन, जनधन खाते, सामुदायिक प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, पेंशन और पोषण योजनाओं जैसी सेवाओं की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए।
स्वयं सहायता समूहों और नेहरू युवा केन्द्रों की सक्रिय भागीदारी से स्वास्थ्य शिविर, विकास प्रदर्शनियां और अंतर-विभागीय जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
डीसी बैरवा ने योजना विभाग की टीम के समर्पित प्रयासों की सराहना की तथा केंद्रीय मंत्रालय का प्रशंसा पत्र एडीसी विनय कुमार, एडीएम शिल्पी बेक्टा, जिला योजना अधिकारी आलोक धवन तथा उनके स्टाफ को सौंपा।


 
					
					 
																		 
																		 
																		 
																		 
																		 
																		
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