मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वरधाम में महाशिवरात्रि के मौके पर बुधवार को गरीब बेटियों के लिए कन्या विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान 251 गरीब कन्याओं का विवाह संपन्न हुआ, जिसमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल हुए।
कन्या विवाह महोत्सव में शामिल हुईं विमला शर्मा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि वह लंदन से सिर्फ इस कार्यक्रम में शामिल होने आईं। उन्होंने कहा कि गुरुजी को देखकर अच्छा लगा, हमें खुशी है कि वह इतना अच्छा काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सिक्किम से आई जूही ने कहा कि यहां आकर वह बहुत खुश और भाग्यशाली महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा, “मैं और मेरे माता-पिता यहां हैं और हम खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं कि गुरुजी ने ऐसी व्यवस्था की। हम उनके बहुत आभारी हैं।”
नेपाल की सुनीता शर्मा ने कन्या विवाह महोत्सव की तारीफ की। उन्होंने आईएएनएस से कहा, “मुझे यहां आकर काफी अच्छा लगा है। एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आए थे और आज राष्ट्रपति आई हैं। गुरुजी ने कन्याओं के लिए जो काम किया है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”
मेकअप आर्टिस्ट शालू सिंह ने बताया, “मैंने आज यहां कन्याओं का मेकअप किया है। मुझे इस कार्यक्रम में आकर काफी अच्छा लगा है। आज जिन कन्याओं का विवाह हुआ है, उनमें से कई लड़कियों के माता-पिता नहीं हैं और उनके माता-पिता की जिम्मेदारी आज गुरुजी निभा रहे हैं।”
पूजा त्रिपाठी ने कहा कि आज गुरुजी कन्याओं का विवाह करा रहे हैं, जो एक सराहनीय काम है। एक दिन पहले पीएम मोदी यहां आए थे और आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी यहां आई हैं। यहां का माहौल काफी अच्छा है।
कन्या विवाह महोत्सव में शामिल मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ऐलान किया कि राज्य सरकार की योजना के मुताबिक, सभी जोड़ों को 51-51 हजार रुपये दिए जाएंगे। यहां 251 घोड़ों पर दूल्हे आए हैं। यह सामाजिक सद्भाव का उदाहरण बना है, क्योंकि घोड़े पर बैठने को लेकर कई तरह की बातें आती रही हैं।
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