दुर्घटना दावों के शीघ्र वितरण की दिशा में एक बड़े कदम के तहत, करनाल जिला ई-विस्तृत दुर्घटना रिपोर्ट (ई-डीएआर) पोर्टल को एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आईआरएडी) के साथ जोड़ने वाले अग्रणी जिलों में शामिल है, जो केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) की एक पहल है।
iRAD का उद्देश्य देश में सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाना है, जिसमें सटीक और एकसमान सड़क दुर्घटना डेटा संग्रह तंत्र हो, जिसमें विभिन्न हितधारकों – पुलिस, परिवहन, राजमार्ग और स्वास्थ्य विभाग शामिल हों। इसके अलावा, iRAD को e-DAR से जोड़ने से, न्यायालय, बीमा कंपनियाँ और कानूनी सेवा प्राधिकरण सहित तीन और विभाग भी जुड़ जाएँगे।
ई-डीएआर पोर्टल को बीमा कंपनियों के परामर्श से विकसित किया गया है, और इसका उद्देश्य दुर्घटना मुआवज़ा दावों को सरल और तेज़ बनाना है। यह सड़क दुर्घटनाओं की विस्तृत डिजिटल रिपोर्ट तक तुरंत पहुँच की अनुमति देता है, जिससे अधिकारी और बीमा कंपनियाँ कुछ ही क्लिक के साथ दावों को तेज़ी से संसाधित कर सकती हैं।
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iRAD की जिला रोलआउट प्रबंधक स्वाति गुप्ता ने कहा, “हमने ई-डीएआर को iRAD से जोड़ दिया है, जिससे पुलिस, अदालतें, बीमा और कानूनी सेवा प्राधिकरण आपस में जुड़ गए हैं। इससे दुर्घटना पीड़ितों के परिवारों को समय पर मुआवज़ा देने में मदद मिलेगी।”
उन्होंने कहा कि ई-डीएआर को आईआरएडी के साथ एकीकृत करने से वाहन विवरण, दुर्घटना डेटा और एफआईआर के क्रॉस-सत्यापन द्वारा धोखाधड़ी के दावों के खिलाफ पूरी तरह से जांच की जा सकेगी।
पोर्टल की एक प्रमुख विशेषता साइट मैप के साथ दुर्घटना के सटीक स्थान को जियो-टैग करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि इससे जांच अधिकारियों को दुर्घटना के कारण का पता लगाने और अदालत में विस्तृत दुर्घटना रिपोर्ट दाखिल करने की प्रक्रिया को सरल बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, “नई प्रणाली के लागू होने से सरकार का लक्ष्य न केवल झूठे दावे दायर करने की दर को कम करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि वास्तविक पीड़ितों को समय पर मुआवजा मिले।”