करनाल, 31 जुलाई जिले के चावल मिलर्स आज यहां भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) कार्यालय में पहुंचे और आरोप लगाया कि निगम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कस्टम-मिल्ड चावल (सीएमआर) ले जा रहे उनके वाहनों को एफसीआई गोदाम में उतारने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
मिल मालिकों ने दावा किया कि अनलोडिंग में देरी के कारण वे डिफॉल्टर हो जाएंगे, क्योंकि सीएमआर डिलीवरी की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी। बाद में उन्होंने चंडीगढ़ में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के निदेशक मुकुल कुमार से मुलाकात की और उनसे अपनी समस्या का समाधान करने का आग्रह किया।
मिल मालिकों के अनुसार, यमुनानगर जिले के चावल मिल मालिकों और करनाल एफसीआई कर्मचारियों के बीच मुद्दे के कारण हड़ताल हुई है, जो रविवार को कुछ कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद शुरू हुई थी।
करनाल राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरभ गुप्ता ने कहा, “हमें चिंता है कि अगर हड़ताल जारी रही तो हम अपना सीएमआर नहीं दे पाएंगे और डिफॉल्टर घोषित हो जाएंगे, जिससे हमारा कारोबार भी प्रभावित होगा।” उन्होंने कहा, “हमने खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के निदेशक से भी अनुरोध किया है कि वे संबंधित अधिकारियों से सीएमआर उतारने में हमारी मदद करने को कहें।” एफसीआई, करनाल के एरिया मैनेजर अमिताभ कुमार कई प्रयासों के बावजूद टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे।