करनाल, 25 फरवरी वैज्ञानिक पशुधन उत्पादन प्रबंधन पर पांच दिवसीय शिक्षण कार्यक्रम आज आईसीएआर-राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-एनडीआरआई), करनाल में संपन्न हुआ।
एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड, नई दिल्ली के 17 राज्यों के 23 बीमा अधिकारियों को नवीनतम पशुधन उत्पादन प्रौद्योगिकियों पर प्रशिक्षित किया गया।
डीम्ड यूनिवर्सिटी आईसीएआर-एनडीआरआई के निदेशक और कुलपति डॉ. धीर सिंह ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और कहा कि एनडीआरआई भारत की कृषि बीमा कंपनियों के साथ ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने की उम्मीद कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि बीमा कंपनियां न केवल जानवरों का जोखिम कवर प्रदान कर रही हैं, बल्कि किसानों के कल्याण और देश के विकास में भी योगदान दे रही हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित बीमा उत्पाद/उपकरण के विकास की जबरदस्त गुंजाइश है। आईसीएआर-एनडीआरआई के संयुक्त निदेशक (अकादमिक) डॉ. आशीष कुमार सिंह ने पशुधन सीखने के कार्यक्रम की आवश्यकता के बारे में बताया और प्रतिभागियों से सीखे गए ज्ञान को क्षेत्र में लागू करने का आग्रह किया। एक बीमा कंपनी के पशुधन विशेषज्ञ डॉ. निशांत डी. यादव ने अपना अनुभव साझा किया और उल्लेख किया कि कृषि बीमा कंपनी अपने अनुरूप कार्यक्रमों के लिए दीर्घकालिक सहयोग की आशा कर रही है।