बेंगलुरु, 2 फरवरी । कर्नाटक भाजपा ने गुरुवार को कांग्रेस सांसद डीके सुरेश की ‘दक्षिण भारत अलग राष्ट्र’ वाली टिप्पणी और कथित तौर पर भारत को विभाजित करने के लिए उनकी आलोचना की।
कर्नाटक के नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने कहा, ”एक तरफ राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाल रहे हैं। दूसरी तरफ सांसद और केपीसीसी प्रमुख डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश ने ‘भारत तोड़ो’ का आह्वान किया। यह कांग्रेस की वही मानसिकता है, जिसके कारण विभाजन हुआ।”
आर. अशोक ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश से यह भी पूछा कि यदि एक निर्वाचित सांसद जिसने संप्रभुता और अखंडता की रक्षा की शपथ ली है, लेकिन भारत को विभाजित करने का आह्वान करते हैं तो क्या यह उनकी शपथ का उल्लंघन नहीं है?
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछा कि क्या यह बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान का अपमान नहीं है?
कांग्रेस सांसद डीके. सुरेश ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि उत्तर भारत और दक्षिण भारत की तर्ज पर भेदभाव किया जाता है। उन्होंने कहा था, ”यदि ऐसा ही चलता रहा तो देश को बांटना पड़ेगा।”
सुरेश ने कहा था कि दक्षिण भारत का पैसा उत्तर भारत को आवंटित किया जाता है। ऐसी कृपाओं के कारण, दक्षिण को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अगर यह अनिवार्य रूप से जारी रहा तो हमें दक्षिण भारत को एक अलग राष्ट्र बनाने के लिए आवाज उठानी होगी।
अंतरिम बजट पर उन्होंने कहा कि नया बजट बनाने के लिए बजट का शीर्षक बदल दिया गया है और अलग-अलग ‘देसी’ नाम दिए गए हैं। पिछले वर्ष के प्रदर्शन पर अस्पष्टता है। राष्ट्र की स्थितियों और स्थिति के बारे में संदेह शुरू हो रहा है।
सुरेश ने कहा कि भाजपा ने चुनाव को लेकर कुछ घोषणाएं की हैं। बजट पूरी तरह नारों पर आधारित है। जिन लोगों ने हमारी गारंटी योजनाओं का मजाक उड़ाया, वे गारंटी के नाम पर चुनाव का सामना करने के लिए तैयार हैं।
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