नई दिल्ली, 14 अगस्त । कर्नाटक कांग्रेस की गारंटियों में मुफ्त राशन, बिजली, महिलाओं और बेरोजगार युवाओं को भत्ते पर केंद्रित पांच प्रमुख वादे शामिल हैं। ऐसे में कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार इन पांच गारंटियों को लागू करने के बाद से ही परेशानी में नजर आ रही है। सरकार पर वित्तीय बोझ बढ़ गया है। अब कर्नाटक कांग्रेस के नेता ही राज्य सरकार की इस गारंटी का विरोध कर रहे हैं। वह सीएम सिद्धारमैया से इस गारंटी योजनाओं पर पुनर्विचार करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के नेताओं के भीतर से उठती इस आवाज को लेकर आईएएनएस ने भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सैयद जफर इस्लाम से खास बातचीत की।
भाजपा नेता सैयद जफर इस्लाम ने कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने जनता से बार-बार कहा है कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की गारंटी है, अब उनके मंत्री खुद कह रहे हैं कि राज्य सरकार फंड मुहैया नहीं करा पा रही है। कांग्रेस ने वोट पाने के लिए झूठे वादे करके लोगों को गुमराह किया है। आज कांग्रेस पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है। कोई और पार्टी का नेता नहीं कर रहा है बल्कि उन्हीं की पार्टी के मंत्री कह रहे हैं और हकीकत बता रहे हैं कि ना तो पैसा देने की इच्छा थी और ना इरादा था, इसके साथ पैसा भी नहीं है। अगर पैसा देने का इरादा होता तो पैसा आ जाता। जब मंत्री इस तरह की बातें करते हैं तो इससे साफ पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी हर तरह से लोगों को झूठ बोलकर गुमराह करके सिर्फ सत्ता के लालच में ये काम करती है और सत्ता में आने के बाद कांग्रेस पार्टी सिर्फ मलाई खाती है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में आज साफ है कि राज्य सरकार के मंत्री खुद कह रहे हैं कि जनता के लिए जो गारंटी का वादा किया था उसको भूल जाए। जनता को कुछ नहीं देना है सिर्फ हम मलाई खाते रहेंगे। वहीं पीएम मोदी सिर्फ जनता की चिंता करते हुए जनता के लिए समर्पित रहते हैं। पीएम मोदी हर एक गारंटी को पूरा करते हैं। यही फर्क भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में है।
कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक के पांच साल पूरे नहीं होने के आईएएनएस के सवाल पर जफर इस्लाम ने कहा कि जनता जर्नादन सरकार है, जनता को धोखा देकर आप कितने दिन सरकार चला सकते हैं। जनता को उम्मीद थी कि कांग्रेस उनके लिए कुछ करेगी। लेकिन, वो उसमें खरे नहीं उतर पा रहे हैं, जितने भी वादे किए थे, उनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया। ऐसे में जनता अपने आप को खुद ठगा महसूस कर रही है। जनता कितने दिनों तक उनको सहारा देगी। इसलिए मुझे लगता है कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के मंत्री और विधायकों में बहुत तनाव है। जनता से जो वादे किए गए थे वो पूरे नहीं किए गए। कांग्रेस को अब जनता के पास जाकर वोट मांगने में कठिनाई होगी।
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