बेंगलुरु, कर्नाटक पुलिस ने सीबीआई अधिकारी होने का दावा करते हुए हनी ट्रैपिंग और जबरन वसूली में शामिल एक गिरोह की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, गिरोह ने पीड़ित युवक को उसका प्राइवेट वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल किया और 5.57 लाख रुपये की मांग की। बेंगलुरु में साइबर इकोनॉमिक्स एंड नारकोटिक क्राइम (सीईएन) साउथ ईस्ट विंग के अधिकारियों ने इस संबंध में आरोपी व्यक्तियों राहुल कुमार, रिया मल्होत्रा और उनके सहयोगियों की तलाश शुरू कर दी है।
यालाचेनहल्ली निवासी 34 वर्षीय अविनाश ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि वह कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर आरोपी रिया मल्होत्रा के संपर्क में आया था। दोनों में दोस्ती हुई और कई बार अंतरंग वीडियो कॉल भी हुए। इस दौरान आरोपी रिया ने अविनाश का एक प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड कर लिया।
कुछ देर बाद आरोपी महिला ने ये वीडियो अविनाश के पास भेज दिया और पैसे की मांग की। पैसे न देने पर वीडियो को सोशल मीडिया पर लीक करने की धमकी दी गई। जब अविनाथ पैसे देने के लिए नहीं माना, तो राहुल कुमार नाम के एक व्यक्ति के उसे फोन किया और खुद को सीबीआई का अधिकारी बताया।
राहुल ने कहा कि वह सीबीआई की अपराध शाखा से बोल रहा है। रिया मल्होत्रा, जिसके साथ उसके संबंध थे, उसकी मौत हो गई है और उसने मौत का जिम्मेदार उसको (अविनाश) बताया है। राहुल ने उसे सीबीआई के नाम से फर्जी नोटिस भी भेजा, और जांच के लिए पेश होने को कहा। जिसके चलते अविनाश डर गया और उसने मदद करने की गुहार लगाई।
इसके बाद आरोपी राहुल ने पीड़ित से पैसे की मांग की। अविनाश ने जांच से बचने के लिए किश्तों में 5.57 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। बावजूद इसके आरोपी उसे प्रताड़ित करता रहा। अविनाश ने अपने दोस्तों को पूरा मामला बताया और उन्होंने साइबर पुलिस विंग से संपर्क करने की सलाह दी। आगे की जांच जारी है।