अभिनेत्री कावेरी कपूर ने इसी साल कुणाल कोहली की फिल्म “बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी” से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। इसमें उनके साथ अमरीश पुरी के पोते वर्धन पुरी दिखाई दिए थे।
कावेरी बहुत जल्द फिल्म “मासूम 2” में दिखाई देंगी। इस फिल्म में वह अपने पिता शेखर कपूर के साथ पहली बार काम कर रही हैं। इस फिल्म में शबाना आजमी और मनोज बाजपेयी जैसे मंझे हुए कलाकार भी हैं।
आईएएनएस के साथ एक विशेष बातचीत में कावेरी ने फिल्म से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि पिता के साथ पहली बार काम करना कैसा रहा।
कावेरी कपूर ने आईएएनएस से कहा, “मैं अपने पिता के साथ पहले भी सेट पर आ चुकी हूं। उन्हें लोगों और अभिनेताओं की परख है। जिस तरह से वह आपको किरदार में ढालते हैं, वह अद्भुत है। मैं उस प्रक्रिया का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं, और मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे इतने प्रतिभाशाली और अनुभवी अभिनेताओं से सीखने का मौका मिल रहा है। यह एक बहुत बड़ा अवसर है, इसके लिए आभारी हूं और थोड़ी घबराहट भी महसूस कर रही हूं। पिता के साथ काम करना मुझे थोड़ा नर्वस कर गया।”
जब उनसे पूछा गया कि “पहली बार किसी फिल्म के सेट पर कदम रखना कैसा लगा?”, तो उन्होंने कहा, “मैं हैरान थी। मैं पहले कभी सेट पर नहीं गई थी, कम से कम एक अभिनेता के तौर पर तो नहीं। मुझे तो यह भी नहीं पता था कि मैं एक कलाकार बनना चाहती हूं, जब तक कि यह फिल्म नहीं आई। लेकिन जैसे ही हमने शूटिंग शुरू की, मुझे कुछ बदलाव महसूस हुआ। मैंने मन ही मन सोचा, ‘हां, मैं यही करने के लिए बनी हूं।’
पहली बार जब उन्होंने पिता को अभिनय के क्षेत्र में करियर बनाने की बात कही तो उनकी प्रतिक्रिया कैसी थी, इसका जवाब देते हुए अभिनेत्री ने कहा, “उन्हें मुझ पर गर्व था। बेशक, उन्होंने मेरी कुछ रचनात्मक आलोचना भी की, जिसकी मैंने दिल से सराहना की। कुल मिलाकर उन्होंने कहा कि मैंने अच्छा किया और मुझमें बहुत क्षमता है।”