June 2, 2025
National

केरल उपचुनाव : नीलांबुर सीट से पीवी अनवर होंगे तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी

Kerala by-election: PV Anwar will be the Trinamool Congress candidate from Nilambur seat

तृणमूल कांग्रेस ने नीलांबुर के पूर्व विधायक पीवी अनवर को नीलांबुर उपचुनाव में अपना उम्मीदवार घोषित किया है। पार्टी की ओर से उम्मीदवार के रूप में नाम के ऐलान के बाद उनकी उम्मीदवारी को लेकर चल रही चर्चाओं और अटकलों पर विराम लग गया है।

पार्टी सूत्रों की मानें तो अनवर सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। तृणमूल के राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें पहले ही पार्टी का चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया है और उनकी उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा जल्द ही होने की उम्मीद है।

अनवर की उम्मीदवारी ने केरल के राजनीतिक हलकों में दिलचस्पी पैदा कर दी है। खासकर तब, जब उन्होंने घोषणा की थी कि वह चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे।

वित्तीय बाधाओं का हवाला देते हुए अनवर ने कहा था कि उनके पास चुनाव प्रचार के लिए आम तौर पर जरूरी करोड़ों रुपए नहीं हैं और उनका चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के साथ किसी भी तरह के राजनीतिक संबंधों को भी खारिज कर दिया। हालांकि, बाद में अनवर ने अपने निर्णय पर पुनर्विचार किया।

उन्होंने कहा कि अगर इतने सारे आम कार्यकर्ता 500 और 1,000 रुपए लेकर मुझसे चुनाव लड़ने की गुहार लगाने आएं तो मैं क्या कर सकता हूं? जमीनी स्तर पर बढ़ते दबाव ने उनके मन में बदलाव ला दिया है।

इस घटनाक्रम को और दिलचस्प बनाते हुए युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राहुल ममकूटथिल ने शनिवार देर रात मलप्पुरम में अनवर के आवास का दौरा किया। इस मुलाकात के पीछे की कोई वजह सामने नहीं आई, लेकिन मुलाकात के कुछ घंटे बाद ही अनवर की उम्मीदवारी की पुष्टि हो गई।

अनवर पहले भी यूडीएफ के साथ गठबंधन में तृणमूल के संभावित शामिल होने के बारे में बातचीत कर चुके हैं। हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने कथित तौर पर तृणमूल को सहयोगी सदस्यता का दर्जा देने की पेशकश की थी, लेकिन अनवर ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और इसके बजाय अपनी पार्टी के लिए पूर्ण सदस्यता पर जोर दिया।

अपनी अप्रत्याशितता और लोकलुभावन अपील के लिए जाने जाने वाले अनवर नीलांबुर में राजनीति में वापसी के लिए तैयार हैं, जिस निर्वाचन क्षेत्र का वे कभी प्रतिनिधित्व करते थे। तृणमूल को उनके स्थानीय प्रभाव और जमीनी स्तर पर जुड़ाव पर भरोसा है, इसलिए नीलांबुर उपचुनाव में राजनीतिक लड़ाई पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं।

Leave feedback about this

  • Service