खैर की लकड़ी माफिया ने यमुनानगर जिले के जटोनवाला गांव में वन विभाग की एक टीम पर कथित तौर पर हमला किया और एक सरकारी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
पुलिस को दी गई शिकायत में कलेसर रेंज के वन रेंज अधिकारी राजीव कंबोज ने कहा कि विभाग का एक कर्मचारी सचिन मलिक, जो 7 अगस्त की सुबह खिलनवाला गांव के वन क्षेत्र में गश्त पर था, ने देखा कि पांच खैर के पेड़ अवैध रूप से काटे गए थे।
अपने वरिष्ठों को इसकी जानकारी देने के बाद उन्होंने घटना की जांच शुरू कर दी। उस दिन रात करीब आठ बजे उन्हें सूचना मिली कि चोरी की लकड़ी खिलनवाला गांव में छिपाई गई है और रात में उसे जटोंवाला गांव ले जाया जाएगा। सूचना मिलने के बाद विभाग ने बनियावाला, शहजादवाला और मुकरपुर गांवों में नाके लगाए।
बनियावाला नाके पर टीम ने एक कार को अपनी ओर आते देखा और ड्राइवर को रुकने का इशारा किया। लेकिन वह तेज़ी से भाग निकला। टीम ने कार का पीछा किया और कार जटोंवाला गाँव में रुकी, जहाँ विभाग की दो अन्य टीमें भी पहुँच गईं।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया, “जटोनवाला के कुछ लोगों ने टीम पर हमला किया और सरकारी वाहन को लाठी और पत्थरों से क्षतिग्रस्त कर दिया।” उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान टीम के कुछ सदस्यों ने मौके पर की थी।
प्रताप नगर थाने में बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत जटोनवाला गांव निवासी जमशेद, कासिम, इकराम, वलीदीन और महबूब के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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