केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को कहा कि हरियाणा में हाल की घटनाओं को राजनीतिक या जातिगत रंग देने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वास्तव में वे भ्रष्टाचार से जुड़ी हैं।
फरीदाबाद में नायब सिंह सैनी सरकार के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए खट्टर ने कहा कि भ्रष्टाचार देश के लिए एक प्रमुख चुनौती बना हुआ है और केंद्र तथा राज्य सरकारें इसके खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रही हैं।
खट्टर ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो बयान में कहा, “लोगों ने हाल की घटनाओं को जाति से जोड़ने की कोशिश की, लेकिन वे भ्रष्टाचार से जुड़ी थीं।”
दलित आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार और एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्याओं का सीधे तौर पर ज़िक्र किए बिना, खट्टर ने कहा, “इन दिनों चर्चा का विषय भ्रष्टाचार है। भ्रष्टाचार से निपटना केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की स्पष्ट प्रतिबद्धता है।”
उन्होंने दोहराया कि मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान लागू की गई “भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहनशीलता” नीति वर्तमान सरकार में भी जारी रहेगी।
खट्टर ने ज़ोर देकर कहा, “भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर किसी भी व्यक्ति को – चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो – बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, किसी भी निर्दोष व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होगा; सभी के साथ उचित व्यवहार किया जाएगा।”
गौरतलब है कि सैनी सरकार ने हाल ही में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद खट्टर के करीबी डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया था और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया का तबादला कर दिया था।
पारदर्शिता और सुशासन के लिए शुरू किए गए सुधारों पर प्रकाश डालते हुए, खट्टर ने ऑनलाइन स्थानांतरण प्रणाली और सेवाओं के डिजिटलीकरण को प्रमुख कदम बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें “ईमानदार प्रशासन, पारदर्शी शासन और समर्पित जनसेवा” के दृष्टिकोण को साझा करती हैं।
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