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कोलकाता डॉक्टर की बलात्कार-हत्या: पीजीआईएमईआर में डॉक्टरों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी, वैकल्पिक सेवाएं प्रभावित

कोलकाता में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में यहां स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने बुधवार को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रखी।

इस बीच, पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (पीसीएमएसए) के बैनर तले सरकारी डॉक्टरों ने पीड़िता के प्रति एकजुटता दिखाते हुए 16 अगस्त को पंजाब के सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी सेवाएं निलंबित करने की घोषणा की।

पीजीआईएमईआर में वैकल्पिक सेवाएं प्रभावित रहीं, लेकिन अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं जारी रहीं।

बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाओं में भी कटौती कर दी गई है तथा संबंधित विभागों में केवल अनुवर्ती रोगियों का ही पंजीकरण किया जा रहा है।

पीजीआईएमईआर के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन की संयुक्त सचिव डॉ. स्मृति ठाकुर ने कहा, “हमारा विरोध जारी है।”

रेजिडेंट डॉक्टरों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए पीजीआईएमईआर परिसर में विरोध मार्च निकाला।

डॉक्टर यह भी मांग कर रहे हैं कि अस्पतालों में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

पीसीएमएसए के अध्यक्ष डॉ. अखिल सरीन ने कहा कि 16 अगस्त को सभी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में बाह्य रोगी विभाग की सेवाएं निलंबित रहेंगी।

डॉ. सरीन ने कहा कि हालांकि, आपातकालीन और चिकित्सा-कानूनी सेवाएं उस दिन जारी रहेंगी।

उन्होंने आगे कहा कि वे पीड़िता के लिए शीघ्र न्याय, स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम और राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पीसीएमएसए स्वास्थ्य पेशेवरों के खिलाफ हिंसा के प्रति शून्य सहिष्णुता के अपने रुख को दोहराते हुए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों की सुरक्षा के संबंध में सरकारी अधिकारियों को कई बार अवगत कराने के बावजूद आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

इस घटना को लेकर देशव्यापी हड़ताल का आह्वान करने वाले फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने मंगलवार रात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद अपनी हड़ताल वापस ले ली। हालांकि, कई अन्य डॉक्टरों के संगठनों ने अपना आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है।

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंगलवार को महिला डॉक्टर के कथित बलात्कार और मौत की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पिछले गुरुवार को ड्यूटी के दौरान पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। पश्चिम बंगाल की राजधानी में सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में 32 वर्षीय डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला।

 

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