कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) के हरियाणा धरोहर संग्रहालय में रविवार को बड़े उत्साह और उमंग के साथ ‘हरियाली तीज उत्सव’ का आयोजन किया गया, जिसमें हरियाणा की जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं और उत्सव की भावना का जश्न मनाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित केयू के कुलपति सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि तीज हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है और भारतीय त्योहारों से जुड़ी गहरी परंपराओं, आध्यात्मिकता और मूल्यों को दर्शाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाने वाला यह त्यौहार पर्यावरण जागरूकता और महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
सचदेवा ने विश्वविद्यालय समुदाय को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मानसून के आगमन से पृथ्वी पर ‘हरा आवरण’ छा जाता है, जिससे लोगों को लोकगीत गाकर और झूलों का आनंद लेकर उत्सव मनाने की प्रेरणा मिलती है।
सचदेवा, केयू रजिस्ट्रार वीरेंद्र पाल और अन्य लोगों ने संग्रहालय के लॉन में उपस्थित लोगों के साथ मिठाइयाँ बाँटकर उत्सव में भाग लिया। इस अवसर पर केयू के कई कर्मचारी भी मौजूद थे।