कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) के कुलपति सोमनाथ सचदेवा द्वारा गठित एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुधवार को विश्वविद्यालय के कमेटी रूम में रजिस्ट्रार वीरेंद्र पाल की अध्यक्षता में हुई। समिति ने विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध कॉलेजों में रैगिंग रोकने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।
पाल ने विश्वविद्यालय में इस संबंध में एक समर्पित प्रकोष्ठ के गठन की घोषणा की, तथा कहा कि सत्र शुरू होने से काफी पहले ही केयू ने निवारक उपायों को लागू करने के लिए एक समिति गठित कर दी थी।
डॉ. पाल ने कहा कि रैगिंग या उत्पीड़न की घटनाएं, विशेषकर छात्राओं के विरुद्ध, किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। बैठक के दौरान समिति ने रैगिंग विरोधी पहल से संबंधित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशानिर्देशों की भी समीक्षा की।
रजिस्ट्रार ने कहा कि सत्र के शुरुआती दिनों में परिसर में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिए पर्याप्त उपाय किए जाएंगे।
उप निदेशक (जनसंपर्क) जिम्मी शर्मा ने कहा कि पूरे परिसर में रैगिंग विरोधी पोस्टर और होर्डिंग्स प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे तथा जागरूकता फैलाने के लिए विभागों और संबद्ध कॉलेजों में रैगिंग की वास्तविक घटनाओं पर आधारित एक वृत्तचित्र फिल्म दिखाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रमुख रैगिंग विरोधी संपर्क जानकारी – जिसमें यूजीसी टोल-फ्री नंबर और ईमेल आईडी, तथा विश्वविद्यालय रैगिंग विरोधी समिति के सदस्यों के संपर्क विवरण शामिल हैं – पूरे परिसर में बैनरों पर प्रदर्शित किए जाएंगे तथा विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य लोगों में डीन (शैक्षणिक मामले), डीन (छात्र कल्याण) एआर चौधरी, डीन (कॉलेज) ब्रजेश साहनी, चीफ वार्डन (लड़कों के छात्रावास) जसबीर ढांडा, चीफ वार्डन (लड़कियों के छात्रावास) कुसुम लता, प्रिंसिपल-आईआईएचएस रीता, प्रिंसिपल-आईटीटीआर अनीता दुआ और निदेशक (आईएमसी एंड एमटी तथा जनसंपर्क) महा सिंह पूनिया शामिल थे।
Leave feedback about this