कुरुक्षेत्र, 24 अगस्त कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) के भौतिकी विभाग ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ‘अपशिष्ट से धन पुनर्चक्रण प्लास्टिक प्रबंधन’ परियोजना के तहत कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के रसायन विज्ञान विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि प्लास्टिक कचरे से संपदा बनाने की परियोजना के माध्यम से अनुसंधान के नए रास्ते खुलेंगे। इससे सिविल इंजीनियरिंग, ऊर्जा भंडारण, दवाइयां, जल शोधन और सड़क निर्माण के लिए सामग्री की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि एमओयू के तहत कर्मचारी, संकाय और छात्र दोनों विश्वविद्यालयों में उपलब्ध अनुसंधान और प्रयोगशाला सुविधाओं का लाभ साझा कर सकेंगे।
समझौता ज्ञापन पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर संजीव शर्मा और नैनो विज्ञान एवं नैनो प्रौद्योगिकी के अनुसंधान एवं विकास निदेशक प्रोफेसर एनजी साहू ने हस्ताक्षर किए। भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर फकीर चंद ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन विभाग के शोधार्थियों और शिक्षकों के लिए वरदान साबित होगा।