N1Live National प्रमुख मुद्दों पर चर्चा नहीं होना, लोकतंत्र पर सीधा प्रहार: उदित राज
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प्रमुख मुद्दों पर चर्चा नहीं होना, लोकतंत्र पर सीधा प्रहार: उदित राज

Lack of discussion on key issues is a direct attack on democracy: Udit Raj

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत सोमवार से हो गई। विपक्षी नेता सरकार पर एसआईआर की चर्चा से भागने का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि सरकार प्रमुख मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहती, जो लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है।

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत पर उन्होंने कहा, “सत्तापक्ष चाहेगा तो संसद का सत्र चलेगा। पहले ऐसा समय हुआ करता था कि संसद का सत्र करीब 150 दिनों तक चलता था। आज मुश्किल से 50-60 दिनों तक चलता है, उसमें भी यह ठीक से नहीं चलता है। अब सवाल उठता है कि जिस काम के लिए संसद है, क्या वह कार्य हो पा रहा है? पूरी तरह से डिक्टेटरशिप देखने को मिल रही है। प्रमुख मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही है। जो ऐसा वातावरण बन गया है, वह हमारे लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है।”

कांग्रेस नेता उदित राज ने आईएएनएस से बात करते हुए नेशनल हेराल्ड केस को पूरी तरह से फर्जी बताया। उन्होंने कहा, “1937 में नेशनल हेराल्ड अखबार स्थापित होता है। यह अखबार भारत की आजादी को समर्थन देने के लिए स्थापित किया गया और ऐसा हुआ भी। जब अखबार चल नहीं पा रहा था, तो कांग्रेस पार्टी ने लोन दिया, जिसमें से कर्मचारियों के लिए वेतन और भत्ते शामिल थे। इस एवज में कोई जमीन सोनिया गांधी, राहुल गांधी और सैम पित्रौदा को नहीं दी गई।”

उन्होंने कहा, “अगर पार्टी का अखबार चलाने के लिए ऐसा किया गया तो यहां पर कौन सा अपराध हुआ? अगर कोई जमीन ट्रांसफर हुई होती तो बात समझ में आती। यह दबाव और डराने की राजनीति की जा रही है।”

राज्यसभा में वंदे मातरम और जय हिंद जैसे शब्दों पर रोक पर उदित राज ने कहा, “अब पूरा लोकतंत्र खतरे में है। पहले के प्रावधानों का बिल्कुल पालन नहीं हो रहा है। वंदे मातरम् और जय हिंद पर सरकार बैकफुट पर है। इसके अलावा चंडीगढ़ के विशेष प्रावधान के मुद्दे पर भी सरकार बैकफुट पर है। यह लोकतंत्र नहीं बल्कि किसी राजा का शासन लग रहा है।”

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