कुछ भोजपुरी स्टार्स भोजपुरी सिनेमा के अलावा हिंदी सिनेमा पर भी राज करते हैं। रानी चटर्जी उन्हीं अभिनेत्रियों में से एक हैं, लेकिन अब नीलम वशिष्ठ भी हिंदी सीरियल्स की दुनिया में पहला कदम रखने वाली हैं। अब दोनों अभिनेत्रियों ने भाषा और कला के बारे में खुलकर बात की है।
रानी चटर्जी ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह नीलम वशिष्ठ के साथ दिख रही हैं। वीडियो में रानी कहती हैं, “कलाकार, कलाकार होता है, जो भले ही किसी भी भाषा का क्यों न हो। कलाकार को खुद को सीमित न रखकर एक्सप्लोर करना चाहिए। कला की कोई भाषा नहीं होती। जैसे भावनाएं अलग-अलग होती हैं, कभी इंसान हंसता है, कभी रोता है। ऐसा ही कलाकार होता है, जिसमें कई तरह के किरदार बसे होते हैं। मेरा मानना है कि वे कलाकार सबसे ज्यादा भाग्यशाली होते हैं जिन्हें हर भाषा में काम करने का मौका मिला है क्योंकि हमारे देश में कई भाषाएं हैं और सभी हमारे देश की पहचान भी हैं।
वरिष्ठ भोजपुरी अभिनेत्री नीलम वशिष्ठ कहती हैं कि हमारे दर्शक हमारे हर किरदार को बहुत प्यार देते हैं, चाहे वे भोजपुरी में हों या हिंदी में। कलाकार के लिए ये पूरी इंडस्ट्री एक है और सारी भाषाएं उसकी हैं। नीलम वशिष्ठ ने यह भी बताया कि उनकी और रानी चटर्जी की पहली मुलाकात कैसे हुई थी।
उन्होंने बताया कि रानी उस वक्त बहुत छोटी थी और फिल्म की शूटिंग देखने के लिए आई थी। हमने कभी नहीं सोचा था कि रानी हमसे भी बड़ी हो जाएगी।
नीलम वशिष्ठ जल्द ही कलर्स टीवी के आगामी शो ‘मौनरागम-गुनगुनाती खामोशी’ में दिखने वाली है और उनका ये पहला हिंदी सीरियल होने वाला है। ये सीरियल समाज के सबसे गंभीर मुद्दे, भ्रूण हत्या, पर कटाक्ष करता है और लड़कियों पर जन्म से हो रहे अत्याचारों को दिखाता है। सीरियल में ‘गुम है किसी के प्यार में’ की लीड रोल निभाने वाली कलाकार भाविका शर्मा हैं। ‘मौनरागम – गुनगुनाती खामोशी’ का अभी तक पहला प्रोमो ही रिलीज किया गया है। सीरियल की टेलीकास्ट डेट आनी बाकी है।
वहीं बात अगर रानी चटर्जी की करें तो वे फिलहाल ‘मासी’ नाम की फिल्म की शूटिंग कर रही हैं और उनकी अपकमिंग फिल्म ‘परिणय सूत्र’ का ट्रेलर भी रिलीज हो चुका है। फिल्म बाल विवाह और दो सच्ची सखियों का प्रेम दिखाती है।

