वकीलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को रोहतक के उपायुक्त अजय कुमार से मुलाकात की और स्थानीय पुलिस अधीक्षक (एसपी) को कथित रूप से धमकाने के लिए हरियाणा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता मनीष ग्रोवर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता करण सिंह नारंग के नेतृत्व में वकीलों ने उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा, जिसकी प्रतियां भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त और रोहतक एसपी को भेजी गई हैं।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने पहले ही इस मामले में रोहतक के उपायुक्त से रिपोर्ट मांगी है। पर्चे बांटने को लेकर हुई मामूली कहासुनी से शुरू हुआ यह मामला अब बड़े विवाद में तब्दील हो चुका है। 24 अगस्त को रोहतक के एक बाजार में बीजेपी की एक दलित महिला कार्यकर्ता पर्चे बांट रही थी। कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पर्चे की विषय-वस्तु पर आपत्ति जताई, जिसके बाद विवाद हुआ।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने एसपी आवास पर धरना दिया। धरने की रिकॉर्डिंग कर रहे पुलिसकर्मी पर कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। पांच कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इस बीच पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने स्थानीय एसपी को धमकाया। स्थानीय वकील ने चुनाव आयोग से शिकायत की, जिसने रोहतक के डिप्टी कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी। भाजपा कार्यकर्ता स्थानीय कांग्रेस विधायक के बेटे समेत कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
इस मामले पर गतिरोध बना हुआ है तथा दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं
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