राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार की तर्ज पर पंजाब सरकार को भी 24 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने की घोषणा करनी चाहिए।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि हरियाणा-पंजाब अंतरराज्यीय सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान हमारे भाई हैं, सरकार किसानों और उनकी मांगों के प्रति संवेदनशील है तथा मामले को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। शर्मा यहां अंबाला शहर में जिला स्तरीय सुशासन दिवस समारोह में शामिल होने आए थे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने आगे कहा, “हरियाणा देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जो 24 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देता है। यह लंबे समय से लंबित मांग थी। आंदोलन पंजाब से शुरू हुआ, जबकि हरियाणा सरकार ने सुविधा दी है और घोषणा की है कि वे 24 फसलों पर एमएसपी देंगे, पंजाब 24 फसलों पर एमएसपी नहीं दे रहा है। हरियाणा ने अपना काम किया है और मुख्यमंत्री ने अपना वादा पूरा किया है। हरियाणा की तरह पंजाब को भी 24 फसलों पर एमएसपी घोषित करना चाहिए। कांग्रेस और आप सहित विपक्षी दल दोहरे मापदंड अपना रहे हैं और उनका असली चेहरा उजागर हो गया है।”
इससे पहले कार्यक्रम में शामिल हुए सांसद शर्मा ने कहा, “केंद्र और राज्य सरकारें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के दिखाए रास्ते पर चल रही हैं। उन्होंने न केवल देशभक्ति के आदर्शों की स्थापना की, बल्कि सही मायने में विकसित भारत की नींव भी रखी। उनके लिए सुशासन का मतलब अच्छी बुनियादी शिक्षा थी। उनके कार्यकाल में सर्व शिक्षा अभियान शुरू किया गया और यह सफल भी रहा। सुशासन से उनका मतलब गांवों और वहां रहने वाले लोगों की तरक्की से था। उन्होंने हमारे सामने एक ऐसा उदाहरण पेश किया, जिसने हमें सुशासन का रास्ता दिखाया।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नया अध्याय शुरू किया है, जहां प्रधानमंत्री खुद को प्रधान सेवक के रूप में रखते हैं और जन कल्याण के लिए काम करते हैं। सरकार अंत्योदय की भावना के साथ काम कर रही है और डबल इंजन सरकार समाज के सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित कर रही है। सड़क के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को मजबूत किया गया है। सरकार ने न केवल विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि वास्तविक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिले। हरियाणा सरकार योग्यता के आधार पर नौकरियां दे रही है।”
इस अवसर पर सांसद ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों को सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले अधिकारियों में एसडीएम अंबाला छावनी सतिंदर सिवाच, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कालरा, अग्रणी जिला प्रबंधक पुनीत कुमार, उपनिदेशक कृषि डॉ. जसविंदर सैनी शामिल थे।
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