अधिकारियों द्वारा कड़ी निगरानी और निगरानी के दावों के बावजूद मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब, नकदी और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति और उपलब्धता का प्रभाव कम नहीं हुआ है।
कड़ी निगरानी जिले में आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी की जा रही है। किसी भी उल्लंघन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विक्रम सिंह, डीसी-कम-डीईओ
आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से 5.88 करोड़ रुपये की नकदी, 91 लाख रुपये से अधिक की शराब और कई अन्य सामान जब्त किए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि भारी मात्रा में नकदी और शराब की बरामदगी इस बात की ओर इशारा करती है कि मतदाताओं को अनुचित तरीकों से लुभाने की गतिविधि में वृद्धि हुई है, जबकि इस तरह के सामानों की आवाजाही की जांच बढ़ा दी गई है।
राजनीतिक विश्लेषक सुभाष शर्मा ने दावा किया कि समर्थन जुटाने के लिए शराब और नकदी सहित अन्य वस्तुओं की भूमिका हमेशा से रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित वस्तुओं की आपूर्ति को रोकने के उपाय पूरी तरह से पुख्ता नहीं हैं, क्योंकि अभियान में शामिल लोग पता लगने या कार्रवाई से बचने के लिए नए-नए तरीके ईजाद कर लेते हैं।
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