जिला बार एसोसिएशन (डीबीए) द्वारा 2 सितंबर को इस आशय का निर्णय लिए जाने के बाद पिछले 11 दिनों से रोहतक की अदालतों में कामकाज स्थगित है।
वकीलों की हड़ताल के कारण उन वादियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिनके मामलों की सुनवाई इन दिनों होनी थी। स्थानीय अधिवक्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद एसोसिएशन ने काम बंद रखने का फैसला किया था।
डीबीए, रोहतक के महासचिव दीपक हुड्डा ने कहा, “एक स्थानीय वकील सुमित सिंह को इस मामले में झूठा फंसाया गया है। हमने इस मुद्दे पर स्थानीय एसपी से मुलाकात की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसलिए, काम का निलंबन अभी भी जारी है और जब तक मामला सुलझ नहीं जाता, तब तक जारी रहेगा।”
डीबीए महासचिव ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल को भी ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन मिलने के बाद पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल के चेयरमैन विजेंद्र सिंह अहलावत ने राज्य के डीजीपी को पत्र लिखकर मामले की गहन एवं निष्पक्ष जांच करवाने का आग्रह किया है।
चेयरमैन ने कहा, “30 अगस्त 2024 को आर्य नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर नंबर 219 के तहत एडवोकेट सुमित सिंह के खिलाफ दर्ज मामला झूठा बताया गया है। उम्मीद है कि इस मामले की जांच किसी ईमानदार, निष्ठावान और राजपत्रित अधिकारी से कराई जाएगी।”