कांगड़ा जिले में आवारा पशुओं को रखने वाले गौसदनों की कथित दयनीय स्थिति से स्तब्ध गैर सरकारी संगठन क्रांति ने पूर्व सांसद और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी और उपायुक्त को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
पशु कल्याण के लिए काम करने वाले एनजीओ ने कांगड़ा के गौसदन में आवारा गायों को रखे जाने की खराब स्थिति को उजागर करने वाले वीडियो जारी किए हैं। एक वीडियो में कथित तौर पर गौसदन में मृत गाय पड़ी दिखाई दे रही है और पक्षी उसके शव को नोच रहे हैं, जिससे कांगड़ा के लोग स्तब्ध हैं।
एनजीओ क्रांति के दीराज महाजन ने ट्रिब्यून को बताया कि लोगों से शिकायत मिलने के बाद उन्होंने कल गौसदन का दौरा किया कि आवारा गायों को वहां खराब परिस्थितियों में रखा जा रहा है। उन्होंने कहा, “गौसदन में एक मृत गाय पड़ी थी और पक्षी उसे खा रहे थे। आस-पास के इलाकों के लोगों ने शिकायत की कि वहां रखी गई आवारा गायों को हर दूसरे दिन एक बार खाना दिया जाता है। गौसदन में गायें धीमी मौत मर रही हैं।”
एनजीओ ने गोसदन की दयनीय स्थिति के बारे में डिप्टी कमिश्नर हेमराज भैरवा से शिकायत की है, साथ ही मेनका गांधी को भी पत्र लिखा है। पूछताछ से पता चला कि अधिकांश गौसदनों को आवारा पशुओं, विशेषकर गायों के रखरखाव के लिए संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
हाल ही में धर्मशाला नगर निगम, जो गौसदन का रखरखाव कर रहा था, ने प्रस्ताव दिया था कि उचित रख-रखाव के लिए इस सुविधा को पशुपालन विभाग को सौंप दिया जाना चाहिए।
Leave feedback about this