शिमला, 26 सितम्बर यानि सोमवार से शारदीय नवरात्र पर्व का शुभारम्भ हो गया है। नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में मां आदिशक्ति के नौ सिद्ध स्वरूपों की विधिवत पूजा की जाती है। मान्यता है कि शारदीय नवरात्र में मां भगवती की पूजा करने से भक्तों के सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं और भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। शिमला के कालीबाड़ी मंदिर में सोमवार को सुबह से ही भक्तों की लम्बी कतारें लग गई है। मंदिर में नौ दिनों तक विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।
मंदिर के पुजारी मुक्ति चक्रवर्ती ने बताया कि मां के नौ रूपों के नौ दिन पूजा की जाती है। कालबाड़ी मंदिर में नवरात्रि के समय विशेष पूजा अर्चना की जाती है और श्रद्धालु दूर-दूर से मंदिर आते हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा बनाई गई है और अष्टमी के दिन विशेष पूजा की जाती है। कोरोना संक्रमण के दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब जब कोरोना संक्रमण धीमा पड़ गया है और सब कुछ खुल गया है तो एक बार फिर से कालीबाड़ी मंदिर में रौनक लौट आई है।
वंही मंदिर में दर्शनों के लिए आए श्रद्धांलु भी आस्था में सरोबोर दिखें। भक्तों का कहना हैं कि माता के नवरात्रों का विशेष महत्व हैं। प्रथम दिन माता शेलपुत्री की पूजा अर्चना की जा रही हैं। कोरोना काल में मंदिर आने पर बंदिशे थीं लेकिन अब मामले कम होने पर सभी दर्शन कर पा रहें हैं। नवरात्रों में जो भी सच्चे मन से माता रानी की पूजा अर्चना करते हैं उनकी मुरादें माता पूरी करती हैं।
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