विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने आज कहा कि 14वीं विधानसभा का 12 बैठकों वाला लम्बा मानसून सत्र एक वर्ष में न्यूनतम 35 बैठकें आयोजित करने के मानदंड को पूरा करने में सहायक होगा।
पठानिया ने यहाँ पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस साल के शुरू में बजट सत्र के दौरान 15 बैठकें हुई थीं और मानसून सत्र के दौरान 12 बैठकें होने से यह संख्या 27 हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा, “पिछले ढाई सालों में 14वीं विधानसभा में कुल बैठकों की संख्या मानसून सत्र के बाद 85 तक पहुँच जाएगी। हमारा प्रयास है कि इस साल के अंत में होने वाले शीतकालीन सत्र के बाद हम 35 बैठकों के मानक को पूरा कर सकें।”
उन्होंने कहा कि मानसून सत्र के पहले दिन 18 अगस्त को दोपहर 12 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। उन्होंने आगे कहा कि संसदीय कार्य मंत्री, विपक्ष के नेता, कांग्रेस के उप-मुख्य सचेतक और विपक्ष के मुख्य सचेतक सत्र के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए बैठक में शामिल होंगे। उन्होंने आगे कहा, “मुझे उम्मीद है कि सभी सदस्य, दलगत भावना से ऊपर उठकर, मानसून सत्र के दौरान निर्धारित 12 बैठकों के सुचारू संचालन और अधिकतम उपयोग के लिए अपना पूर्ण सहयोग देंगे।”
अध्यक्ष ने बताया कि अब तक विधायकों से 830 प्रश्न (679 तारांकित और 151 अतारांकित) प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा, नियम 62 के अंतर्गत 10, नियम 101 के अंतर्गत छह और नियम 130 के अंतर्गत 12 सूचनाएं प्राप्त होकर सरकार को भेज दी गई हैं।
उन्होंने बताया कि ज़्यादातर प्रश्न प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान के लिए राहत और पुनर्वास कार्यों से संबंधित थे। इसके अलावा, ज़्यादातर प्रश्न स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य विभागों में रिक्तियों और मानसून के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों की स्थिति से संबंधित थे
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