N1Live National दो बार चुनाव हारे, फिर ‘आप’ में आकर राजनीतिक करियर ने भरी उड़ान, जानें अमानतुल्लाह खान का सियासी सफर
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दो बार चुनाव हारे, फिर ‘आप’ में आकर राजनीतिक करियर ने भरी उड़ान, जानें अमानतुल्लाह खान का सियासी सफर

Lost elections twice, then his political career took off after joining AAP, know the political journey of Amanatullah Khan

दिल्ली विधानसभा चुनाव में ओखला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। लंबे समय से वो इस सीट पर काबिज हैं अमानतुल्लाह खान का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हुआ। उन्होंने शफिया खान से शादी की है और उनके एक बेटा और एक बेटी हैं।

अमानतुल्लाह खान की राजनीतिक यात्रा 2008 में शुरू हुई थी, जब उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनावों में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि, 2008 और 2013 के चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2015 में उन्होंने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली और इसके बाद से उनका राजनीतिक करियर उड़ान भरने लगा।

साल 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में अमानतुल्लाह खान ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की। ओखला में उनकी स्थिति मजबूत मानी जाती है। अमानतुल्लाह खान आम आदमी पार्टी के बड़े मुस्लिम चेहरों में से एक हैं।

शाहीन बाग इलाके में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में उनकी सक्रियता को लेकर उनका नाम चर्चा में रहा था। अफवाहों की मानें तो उनका विरोध प्रदर्शन में अहम योगदान था। यही कारण था कि भाजपा ने उन पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया था।

अमानतुल्लाह खान की राजनीतिक यात्रा विवादों से भी जुड़ी रही है। उन्हें कई बार गिरफ्तार किया गया है। साल 2016 में दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था, जब एक महिला ने आरोप लगाया था कि विधायक ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद उनके साले की पत्नी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया। फरवरी 2018 में दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ मारपीट के मामले में उनका नाम सामने आया था, जिसके कारण फिर से उनकी गिरफ्तारी हुई।

दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए उन्हें वित्तीय हेराफेरी के आरोप का सामना भी करना पड़ा। इस मामले में भी उनकी गिरफ्तारी हुई। 2024 में नोएडा स्थित एक पेट्रोल पंप पर कर्मचारियों को धमकी देने के आरोप में भी उनका नाम आया था, जिस पर कोर्ट ने उनके घर की कुर्की तक के आदेश दिए थे, हालांकि बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें राहत प्रदान की और गिरफ्तारी पर रोक लगा दी।

दिल्ली में चल रही बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ भी अमानतुल्लाह खान ने विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत मिल गई। इस दौरान एमसीडी के एक्शन में दंगा करने और सरकारी काम में बाधा डालने की धाराओं में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

अमानतुल्लाह खान वर्तमान में ओखला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं। उनका आधार ओखला के मुस्लिम बहुल इलाके में मजबूत है। अमानतुल्लाह खान के कार्यों और विवादों ने उन्हें दिल्ली की राजनीति में एक प्रमुख और विवादास्पद व्यक्तित्व के तौर पर स्थापित किया है।

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