महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर के मुद्दे पर राजनीति फिर से गरमाने लगी है। मुंबई में मस्जिदों के ऊपर लगे लाउडस्पीकर को हटाने की कार्रवाई के बाद समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी भड़क गए हैं। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री को अवगत कराया है। उपमुख्यमंत्री को भी इस मुद्दे से अवगत कराया है। अब ये लोग क्या करेंगे पता नहीं, लेकिन हम इस मुद्दे पर ज्यादा बवाल नहीं करना चाहते हैं।
महाराष्ट्र में मस्जिदों पर लाउडस्पीकर के मुद्दे को लेकर मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि उनके मौलाना और इमामों को पुलिस की तरफ से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मुद्दे को लेकर सपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अबू आजमी और एआईएमआईएम के प्रवक्ता वारिस पठान समेत मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की है।
समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सभी नियम और कानून सिर्फ मुसलमानों के लिए बनाए गए हैं। उन्होंने कहा, “हमने अपनी बात उपमुख्यमंत्री अजित पवार के सामने रखी है। उन्होंने हमें समाधान निकालने का भरोसा दिया है। अब वो उसे अपने सहयोगी गठबंधन बीजेपी के सामने लेकर कैसे जाते हैं, ये उनकी जिम्मेदारी है।”
अबू आजमी ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया पर मामले को तूल देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पूरे देश में अजान होती है, लेकिन मुंबई में सबसे बड़ा विवाद खड़ा होता है। मुंबई में एक आदमी के दबाव की वजह से मुसलमानों के साथ ज्यादती हो रही है।”
इस दौरान वारिस पठान ने कहा कि कुछ नफरती लोगों की बवाल मचाने की आदत है।
जब अबू आजमी से पूछा गया कि क्या इस बार के मानसून सत्र में लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाएंगे। अबू आजमी ने तुरंत कहा, “नहीं।” उन्होंने कहा, “इस बार मानसून सत्र में इस मुद्दे को नहीं उठाएंगे, क्योंकि जब भी इस प्रकार के मुद्दे उठाते हैं, उस पर विवाद दूसरे तरीके से खड़ा कर दिया जाता है।”
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