लखनऊ, 7 मार्च । औद्योगिक आपदाओं से निपटने, जनहानि को रोकने और इंडस्ट्री को सुरक्षित करने के लिए राहत विभाग लगातार जागरूक करता रहता है। इसी क्रम में राहत विभाग की ओर से 7 मार्च को एक दिवसीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है, इसमें विषय विशेषज्ञ बढ़ते शहरीकरण और औद्योगिकीकरण के कारण प्रदेश में केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल, न्यूक्लियर (सीबीआरएनआई) तथा औद्योगिक आपदाओं से निपटने के लिए गहन मंथन करेंगे।
प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने बताया कि औद्योगिक आपदाओं के न्यूनीकरण एवं प्रबंधन पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में आपदाएं घटित होने की संभावनाओं को कम करने एवं आकस्मिक स्थिति में बचाव कार्य पर मंथन किया जाएगा। इसमें विभाग के लोग, कई संस्थाओं के वरिष्ठ प्रतिनिधि, औद्योगिक संगठन तथा अन्य स्टेकहोल्डर्स सहित तमाम विशेषज्ञ शामिल होंगे।
राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि प्रदेश में इंडस्ट्रियल, केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल तथा न्यूक्लियर आपदाओं का खतरा कभी भी आ सकता है। ऐसे में इन आपदाओं से निपटने के लिए सरकार काफी गंभीर है। यही वजह है कि औद्योगिक संस्थानों को इन आपदाओं से सुरक्षित करने, जागरूक करने एवं विभाग को पहले से तैयार रहने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण के साथ इस तरह के आयोजन सुनिश्चित किए जाते हैं।
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