छतरपुर, 23 अगस्त । मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में थाने पर हुए पथराव के बाद प्रशासन का रवैया सख्त है। गुरुवार को जहां एक उपद्रवी के घर पर बुलडोजर चलाया गया, वहीं शुक्रवार को पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। धार्मिक स्थलों पर पुलिस की खास नजर है। लोगों को समझाया भी जा रहा है।
शहर कोतवाली पर बुधवार को कुछ उपद्रवियों ने पथराव कर दिया था। घटना में थाना प्रभारी और कुछ पुलिस जवान घायल हुए थे। पुलिस के वाहनों को भी काफी नुकसान हुआ था।
थाने पर हुए पथराव के बाद पुलिस तथा प्रशासन का रवैया सख्त है। उपद्रवियों की तलाश के लिए तमाम सीसीटीवी कैमरे और मीडिया के वीडियो फुटेज का सहारा लिया जा रहा है। पुलिस ने 46 लोगों को चिह्नित कर लिया है। इसके अलावा अन्य 100 से 150 लोगों की तलाश जारी है। शुक्रवार को पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। धार्मिक स्थलों के आसपास पुलिस की तैनाती की गई है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह का कहना है कि यह शहर सांप्रदायिक सद्भाव के लिए पहचाना जाता है। यहां की गंगा-जमुनी तहजीब मिसाल है। आम लोगों को किसी भी तरह के डर में रहने की जरूरत नहीं है। अपराधियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। उपद्रवियों की तलाश जारी है और कार्रवाई का सिलसिला चलता रहेगा। पुलिस ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों का भी उपयोग कर रही है। पुलिस पूरी तरह सतर्क और सजग है।
पुलिस कोतवाली पर बुधवार को हुए पथराव के बाद गुरुवार को पुलिस ने शहजाद अली के आलीशान मकान पर बुलडोजर चलाया था। लगभग 20 हजार वर्ग फुट में बनी इस बहुमंजिला इमारत को जमींदोज कर दिया गया। कई और उपद्रवियों के मकान को चिह्नित किया गया है और आने वाले दिनों में उन पर भी बुलडोजर चल सकता है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए उपद्रवियों का गुरुवार को शहर में सामूहिक जुलूस भी निकाला था। शहर में शांति-व्यवस्था कायम रहे इसके भी प्रयास जारी हैं। इसके अलावा अन्य लोगों को किसी भी तरह के बहकावे में न आने की सलाह दी जा रही है।
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