January 17, 2025
Uttar Pradesh

महाकुंभ 2025 : रेलवे की बड़ी उपलब्धि, चिकित्सा शिविर में अब तक 10,000 से अधिक लोगों का हुआ उपचार

Mahakumbh 2025: Big achievement of Railways, more than 10,000 people have been treated in the medical camp so far

प्रयागराज, 17 जनवरी । महाकुंभ 2025 में प्रयागराज आने वाले यात्रियों की भीड़ को संभालने के लिए रेलवे ने विशेष तैयारी की है। यहां रेलवे ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने शुक्रवार को आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में रेलवे परिसर में 10,000 से अधिक लोगों का इलाज किया गया, इनमें से करीब 2,500 लोगों की हालत गंभीर थी।

सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया, “अमृत स्नान वाले दिन जगह-जगह रेलवे के द्वारा चिकित्सा केंद्र बनाए गए थे। 200 ट्रेन रूटीन में चलती हैं। उस दिन 150 स्पेशल ट्रेन चलाई गईं, प्रबंधन बहुत बढ़िया था। स्टेशन पर काफी भीड़ थी लेकिन रेलवे ने अपनी तैयारी से किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं होने दी। रेलवे ने इस आयोजन को ध्यान में रखकर व्यापक स्तर पर तैयारी की थी। एक अमृत स्नान हो चुका है और अब अगले स्नान की तैयारी में सब जुटे हैं। मुख्य अमृत स्नान मौनी अमावस्या के पर्व पर 29 जनवरी को होना है।”

उन्होंने कहा, “प्रदेश सरकार से हमें बताया गया है कि इस दौरान और अधिक संख्या में श्रद्धालु आ सकते हैं, ऐसे में हम खुद को और ज्यादा तैयार कर रहे हैं। डेढ़ सौ से अधिक स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, इनके अलावा भी स्पेशल ट्रेन चलाई जा सकती हैं।”

स्वच्छता का भी रेलवे खास ध्यान रख रही है। त्रिपाठी ने विभिन्न अभियानों का जिक्र करते हुए बताया कि “पहले ही हम लोगों ने स्वच्छता को लेकर रैली निकाली थी। साइकिल रैली भी निकाली थी। नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को जागरूक भी किया। हमने स्टेशन परिसर में नाटक के जरिए लोगों को स्वच्छता की अहमियत बताई, जिसका अच्छा निष्कर्ष भी निकला। लोगों के अंदर सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने और रेलवे परिसर को गंदा न करने को लेकर अवेयरनेस आई है।”

उन्होंने कहा, “रेलवे ने 1,000 से अधिक सफाई कर्मचारियों को रेलवे कोच की सफाई के लिए और करीब 2,000 सफाई कर्मचारियों को रेलवे परिसर की सफाई के लिए तैनात किया है। ये लोग लगातार अपना काम कर रहे हैं। लोगों के सहयोग से भी हमने रेलवे को स्वच्छ रखने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।”

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