N1Live Uttar Pradesh महाकुंभ 2025 : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के शिविर में 33 दिन तक लगातार अखंड रुद्री पाठ का जाप
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महाकुंभ 2025 : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के शिविर में 33 दिन तक लगातार अखंड रुद्री पाठ का जाप

Mahakumbh 2025: Chanting of Akhand Rudri Path continuously for 33 days in the camp of Divya Jyoti Jagriti Sansthan

महाकुंभ नगर, 16 जनवरी । संगम नगरी प्रयागराज में सनातन धर्म के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन ‘महाकुंभ-2025’ बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। महाकुंभ क्षेत्र में ‘दिव्य ज्योति जागृति संस्थान’ की नौ एकड़ में बसा शिविर लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

महाकुंभ नगर के सेक्टर 9 गंगेश्वर बजरंगदास चौराहे स्थित इस शिविर में तमाम तरह के विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। यहां पर 33 दिनों के चलने वाले विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मंच तैयार किया गया है, जिसमें सनातन परंपराओं को आधुनिकता के साथ मानचित्रित किया जा रहा है। इसी क्रम में कार्यक्रम की शुरुआत ब्रह्म ज्ञानी वेद पंडितों के नेतृत्व में 33 दिनों तक अखंड रुद्री पाठ और ब्रह्म ज्ञान ध्यान किया जा रहा है।

‘दिव्या ज्योति ज्योति संस्थान’ की मीडिया पर्सन साध्वी तपस्वी भारती ने आईएएनएस को बताया कि “गुरुदेव आशुतोष महाराज के मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति संस्थान की ओर से अनूठी एक पहल है। यहां पर 500 से ज्यादा वेद पाठी पूरे महीने 33 दिन तक बिना रुके 24 घंटे अखंड रुद्री पाठ जाप करेंगे, जिसमें 25,61,328 मंत्रों का जाप होगा और अखंड ब्रह्म ज्ञान की साधना होगी, जिसे तीन संस्थानों ने एशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड, इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड, इंटरनेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड ने मंजूरी दे दी है। लेकिन हमारा यह प्रयास रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं, बल्कि जनकल्याण की भावना के लिए है। यहां ब्रह्म ज्ञानी वेद पाठी शुद्ध शैली में उच्चारण कर रहे हैं।”

महाकुंभ नगर के अखाड़ा नगर में निरंजनी अखाड़े के नागा संन्यासी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब तक ये लोग हैं, देश की तरक्की होगी।

वहीं, पंच दशनाम जूना अखाड़े के एक संन्यासी हठयोग करते हुए नजर आए। वो पिछले कई महीनों से खड़े हैं। महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालु भी बाबा की कठिन साधना और हठयोग को देखकर आश्चर्य में हैं। बाबा का कहना है कि देश हित और सनातन की रक्षा के लिए ऐसा कर रहे हैं।

बता दें कि बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में शामिल होने के लिए देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु, सभी अखाड़ों के साधु-संत और साध्वी आ रहे हैं।

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