कांग्रेस नेता अमीन पटेल ने महाराष्ट्र के सरकारी स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम लागू करने के फडणवीस सरकार के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे गरीब बच्चों को फायदा होगा, बशर्ते शिक्षकों को सही प्रशिक्षण दिया जाए। इसके अलावा, उन्होंने नागपुर हिंसा में “बांग्लादेशी एंगल” पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
अमीन पटेल ने शुक्रवार को आईएएनएस से बात करते हुए महाराष्ट्र राज्य बोर्ड में सीबीएसई पैटर्न लागू करने पर कहा कि सरकारी स्कूलों में जहां पहले सेकेंड्री स्कूल सर्टिफिकेट (एसएससी) बोर्ड हुआ करता था, वहां अब अलग-अलग पाठ्यक्रम अपनाए जा रहे हैं। मैं इसका स्वागत करता हूं। बड़े निजी स्कूलों में लाखों रुपये फीस देकर ये कोर्स पढ़ाए जाते हैं, लेकिन अगर राज्य के सरकारी स्कूलों में ये कोर्स लाए जाएं तो इसका स्वागत है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को सही तरीके से प्रशिक्षण देकर ये कोर्स शुरू कराए जाने चाहिए, ताकि बच्चों को सही सीबीएसई शिक्षा मिले। इसके लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। सरकार को इसका प्रावधान करना चाहिए।
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा कि वह इस निर्णय का समर्थन करते हैं। मुंबई महानगरपालिका ने पहले ही इस कोर्स को अपना लिया था। आज महाराष्ट्र सरकार ने इसे अपना लिया है। इससे उन होनहार बच्चों का फायदा होगा जो सीबीएसई में पढ़ना चाहते हैं और सीबीएसई स्कूल में जाना चाहते हैं, लेकिन उनके पास फीस के लिए पैसे नहीं हैं।
नागपुर हिंसा में “बांग्लादेशी एंगल” आने को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए सत्तापक्ष के नेता औरेंगजेब, हिंदू-मुस्लिम, सिख, ईसाई को लेकर मुद्दे उठाते हैं, बांग्लादेशी-गैर बांग्लादेशी करते हैं। बांग्लादेशी अगर इस राज्य में हैं तो उनको पकड़कर वापस भेजने से सरकार को किसने रोका है। सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। जो लोग बांग्लादेशी हैं, उन्हें पकड़कर वापस उनके देश भेज दें। अमेरिका ने हमारे बच्चों को हाथ-पैरों में बेड़ियां बांधकर भारत भेज दिया और हम देखते रह गए। यहां पर भी इसी तरह की कार्रवाई होनी चाहिए।
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