महाराष्ट्र सीईटी परीक्षा और अन्य सरकारी परीक्षाओं में धांधली कर विद्यार्थियों को गुमराह करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हैरान करने वाली बात यह है कि ये सभी आरोपी उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और देश के प्रतिष्ठित संस्थाओं से पढ़ाई कर रहे हैं।
शुरुआती जांच में पता चला कि यह गिरोह महाराष्ट्र सीईटी (कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) सेल द्वारा आयोजित एमबीए प्रवेश परीक्षा के जरिए मुंबई के बड़े कॉलेजों में एडमिशन दिलाने का लालच दे रहा था। करीब 72 विद्यार्थियों से संपर्क कर 15 से 20 लाख रुपये की डिमांड की गई थी।
सीईटी परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था ने इस मामले की शिकायत आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी। कई विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें अनजान नंबरों से कॉल और मैसेज मिले, जिनमें नामी-गिरामी कॉलेज में सीट दिलाने के नाम पर मोटी रकम मांगी गई।
इसके बाद स्टेट सीईटी सेल ने आंतरिक जांच समिति बनाई, जिसने इस घोटाले की पुष्टि की। जांच के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली में छापेमारी कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पकड़े गए चारों आरोपी प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़े हुए हैं। दो आरोपी एनआईटी दिल्ली के थर्ड ईयर के स्टूडेंट हैं। एक आरोपी यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। एक आरोपी बायोलॉजी में ग्रेजुएट है।
बता दें कि यह गिरोह महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, राजस्थान और अन्य राज्यों के छात्रों को व्हाट्सएप कॉल और वीडियो कॉल के जरिए ठगी का कारोबार चला रहा था। ये आरोपी महाराष्ट्र सीईटी परीक्षा में परसेंटाइल बढ़ाने का झांसा देकर विद्यार्थियों को गुमराह कर रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से कीमती इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए गए हैं, जिनका उपयोग ठगी में किया जा रहा था। उनके पास से 5 एप्पल मोबाइल फोन, 1 एप्पल मैकबुक, 1 ब्लूटूथ हेडफोन, 64 जीबी का पेन ड्राइव बरामद हुए हैं।
मुंबई पुलिस ने विद्यार्थियों और अभिभावकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। अगर कोई व्यक्ति एडमिशन दिलाने या परीक्षा में नंबर बढ़ाने का लालच देता है, तो इसकी सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस या सीईटी सेल को दें।