नई दिल्ली, 28 नवंबर । केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिवसेना सांसद प्रतापराव जाधव ने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की हार का कारण सत्ता का लोभ बताया है।
उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी का गठन सत्ता के लालच के कारण हुआ था, इसके सदस्यों के बीच कोई साझा विचारधारा नहीं थी। हाल के महाराष्ट्र चुनावों ने साबित कर दिया कि उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब के सिद्धांतों और हिंदुत्व विचारधारा को त्याग दिया, यही कारण है कि उन्हें जनता ने खारिज कर दिया है। उद्धव ठाकरे को अपने वोट बैंक की चिंता सताने लगी है और जल्द ही महाविकास अघाड़ी में फूट पड़ने वाला है। वो एकजुट नहीं रह सकते, सभी घटक दल आने वाले दिनों में अलग-अलग नजर आएंगे।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में महायुति की सरकार गठित होने जा रही है। सर्वसम्मति से सभी फैसले लिए जाएंगे। चुनाव के दौरान लोगों ने हमें जो जनादेश दिया है, वह स्पष्ट है। सभी दल एकजुट हैं। कल हमारे नेता एकनाथ शिंदे ने भी मीडिया के सामने कहा कि कोई समस्या नहीं है। जल्द ही महाराष्ट्र सरकार का गठन हो जाएगा। एक या दो दिन में सीएम के चेहरे का ऐलान हो जाएगा।
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, “मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। मैंने उनसे कहा कि सरकार बनाने में हमारी तरफ से कोई अड़चन नहीं है। आप निर्णय लीजिए, भाजपा जो निर्णय लेगी, उस निर्णय की तामिल हो जाएगी। मैं आज आप सबको कहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री पद के बारे में जो निर्णय लेंगे और भाजपा का जो उम्मीदवार होगा, उसको शिवसेना का पूरा समर्थन होगा।”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘महायुति’ गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है। महायुति में शामिल भाजपा ने 132, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 41 सीटों पर जीत हासिल की है।
–