तिरुवनंतपुरम, 26 अगस्त । बंगाली अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा की ओर से लगाए गए दुर्व्यवहार के आरोपों को लेकर मलयालम फिल्म निर्माता रंजीत ने केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
रंजीत ने सांस्कृतिक मामलों के मंत्री साजी चेरियन को अपने निर्णय के बारे में बताया, जिसमें उन्होंंने कहा कि वे अपने खिलाफ लगे आरोपों के मद्देनजर पद पर बने रहने के लिए तैयार नहीं हैं।
मित्रा ने मीडिया के सामने खुलासा किया कि 2009 में एक परियोजना पर चर्चा करने के लिए रंजीत ने उन्हें अपने आवास पर बुलाया था, जहां उन्होंने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था।
उन्होंने कहा कि जब उन्होंने “छिपी हुई मंशा” से उनके साथ छेड़छाड़ की तो वह असहज महसूस करने लगीं और अगले ही दिन वह केरल छोड़कर चली गईं।
रंजीत ने आरोपों से इनकार करते हुए बताया कि मित्रा को फिल्म ‘पलेरी मणिक्यम’ के लिए ऑडिशन के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने फैसला किया कि वे इस भूमिका के लिए उपयुक्त नहीं हैं और उन्हें वापस भेज दिया।
केरल के विपक्षी नेता वी.डी.सतीशन, राज्य भाजपा अध्यक्ष के.सुरेन्द्रन और केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के.सुधाकरन ने अकादमी से रंजीत के इस्तीफे की मांग की थी।
वाम मोर्चा गठबंधन सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने भी रंजीत के इस्तीफे की मांग रखी थी। वहीं सीपीआई की युवा शाखा, अखिल भारतीय युवा महासंघ (एआईवाईएफ) ने घोषणा करते हुए कहा था कि अगर रंजीत ने इस्तीफा नहीं दिया तो वे सोमवार को केरल चलचित्र अकादमी के समक्ष विरोध मार्च निकालेंगे।
मलयालम फिल्म अभिनेता अनूप चंद्रन और जयन चेर्थला ने भी रंजीत से इस्तीफा मांगा था।
शनिवार को चेरियन ने निर्देशक रंजीत का बचाव किया था।
वहीं, मलयालम अभिनेता सिद्दीकी ने अभिनेत्री रेवती संपत द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद रविवार को एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (एएमएमए) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया।
अभिनेता ने संगठन के अध्यक्ष और मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल को ईमेल के जरिए अपना इस्तीफा सौंपा।
आईएएनएस से बात करते हुए सिद्दीकी ने कहा, “मेरे खिलाफ लगे आरोपों के मद्देनजर मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं।”
यह आरोप न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट के जारी होने के बाद सामने आए हैं, जिसमें मलयालम फिल्म उद्योग में लैंगिक दुर्व्यवहार और यौन शोषण का खुलासा किया गया है।
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