नई दिल्ली, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा के मां काली पर दिए बयान के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। अपमानजनक टिप्पणी को लेकर विपक्ष अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला कर रहा है। इस कड़ी में भाजपा ने गुरुवार को कहा कि ममता बनर्जी उनका बचाव करके हिंदू बंगालियों की धार्मिक भावनाओं को कुचल रही हैं। भाजपा ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बयान को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी पर सवाल उठाया।
एक विवादास्पद फिल्म पोस्टर पर एक सवाल का जवाब देते हुए महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को कहा था कि “काली के कई रूप हैं। मेरे लिए काली का मतलब मांस और शराब स्वीकार करने वाली देवी है।”
पश्चिम बंगाल भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने कहा, “महुआ मोइत्रा की मां काली पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर ममता बनर्जी की चुप्पी उनके समर्थन की ओर इशारा करती है। अगर ऐसा नहीं है, तो वह उन्हें टीएमसी से निलंबित कर दें और डब्ल्यूबी पुलिस को कार्रवाई करने की अनुमति दें। लेकिन वह मोइत्रा का बचाव कर रही हैं, जिससे हिंदू बंगालियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है।”
बुधवार को भाजपा ने कहा था, “ममता बनर्जी की राजनीति अल्पसंख्यक तुष्टीकरण में डूबी हुई है, यही वजह है कि उनके सांसद देवी काली पर अपमानजनक टिप्पणी करने से भी नहीं चूक रहे हैं।”
तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य के समर्थन में कांग्रेस सांसद शशि थरूर सामने आए।
शशि थरूर ने महुआ के समर्थन में एक ट्वीट किया और लिखा कि यह पूरा विवाद पैदा किया गया है। इसमें दुर्भावनापूर्ण मंशा है। वह इससे अपरिचित नहीं हैं। बावजूद इसके वह महुआ मोइत्रा पर हुए हमले से स्तब्ध हैं।
उन्होंने कहा, “महुआ ने वही कहा है जो सभी हिंदू जानते हैं। हमारे यहां पूजा के रूप अलग-अलग हैं। भक्त भोग के रूप में जो कुछ चढ़ाते हैं, उसे देवी का प्रसाद मानकर ग्रहण करते हैं। हम ऐसे स्टेज पर आ चुके हैं जहां धर्म के किसी पहलू के बारे में कुछ भी सार्वजनिक तरीके से बोला नहीं जा सकता। यह लाजिमी है कि महुआ मोइत्रा किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहती थीं।”