पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ बताने वाले बयान के बचाव में अब पार्टी के नेता उतर आए हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री सभी धर्मों का सम्मान करती हैं।
कुणाल घोष ने शुक्रवार को आईएएनएस से कहा, “ममता दीदी महाकुंभ का आदर करती हैं। वह हिंदू हैं और सभी धर्मों का आदर करती हैं। हिंदू परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद उनमें सभी धर्मों के लिए सम्मानजनक भावना है। ममता बनर्जी ने महाकुंभ में लापरवाही के कारण हुए हादसे की आलोचना की। अपनी गलती छुपाने के लिए भाजपा वाले गुमराह करके कैंपेन चला रहे हैं। दीदी तो महाकुंभ का आदर करती हैं।”
उन्होंने कहा, “महाकुंभ को लेकर भाजपा सरकार को जिस तरह से आयोजन करना चाहिए था, वह नहीं हुआ है और सुवेंदु अधिकारी नाटक करने के लिए महाकुंभ में गए हैं। उन्होंने संगम में पूरी डुबकी भी नहीं लगाई।”
तृणमूल नेता ने मायावती के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं मायावती के बयान पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर ही बोला है। वह एक बड़ी नेता हैं और उन्होंने अपनी पार्टी की बात को रखा है।”
कुणाल घोष ने संगम के पानी की गुणवत्ता पर उठ रहे सवालों पर कहा, “संगम, महाकुंभ और मां गंगा बहुत ही पवित्र हैं, उसके प्रति हमारी श्रद्धा है। हालांकि, वहां कुप्रबंधन देखने को मिल रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर भी ठीक से काम नहीं कर रहा है। सरकार ने सिर्फ हाइप बना दिया है, इसीलिए तो परेशानियां हो रही हैं।”
उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में कहा था, “महाकुंभ अब ‘मृत्यु कुंभ’ में बदल चुका है। वीआईपी लोगों को खास सुविधाएं दी जा रही हैं। भगदड़ की घटना के बाद कितने आयोग महाकुंभ भेजे गए? बिना पोस्टमॉर्टम के ही शवों को बंगाल भेज दिया गया। वे कहेंगे कि लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई और फिर मुआवजा नहीं दिया जाएगा। आप देश को बांटने के लिए धर्म बेच रहे हैं। हमने यहां पोस्टमॉर्टम किया क्योंकि आपने बिना डेथ सर्टिफिकेट के शव भेज दिए। इन लोगों को मुआवजा कैसे मिलेगा?”