भोरंज उपमंडल के साही गांव के निवासी जितेश शर्मा को कथित तौर पर हरियाणा से दुल्हन की व्यवस्था करने के नाम पर 1.5 लाख रुपये की ठगी का शिकार होना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि दुल्हन शादी के कुछ दिनों बाद ही यह कहकर चली गई कि उसकी मां हरियाणा के यमुनानगर में बीमार है, लेकिन वह कभी वापस नहीं लौटी।
भोरंज थाने में जितेश की शिकायत के अनुसार मंडी जिले के सरकाघाट उपमंडल के खरसाल गांव निवासी बलदेव शर्मा ने उससे शादी करवाने का वादा किया था। उसने उसे आश्वासन दिया था कि वह डेढ़ लाख रुपये के बदले में एक लड़की का इंतजाम करेगा जो उससे शादी करेगी। 13 दिसंबर 2024 को बलदेव शर्मा बबीता नाम की लड़की को शादी के लिए भोरंज कोर्ट लेकर आया, जो तेग बहादुर की बेटी है। हालांकि, लड़की का जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं होने के कारण, एक वकील द्वारा हलफनामे के माध्यम से शादी संपन्न हुई। बलदेव ने जितेश और उसके परिवार को आश्वासन दिया कि जन्म प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज जल्द ही उपलब्ध करा दिए जाएंगे। आश्वासन मिलने पर जितेश ने शादी कर ली, जो उसके गांव के एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की मौजूदगी में हुई।
जितेश ने आरोप लगाया कि शादी के बाद दुल्हन ने उसके घर से गहने ले लिए और अपनी मां की तबीयत खराब होने का दावा करते हुए यमुनानगर जाने पर जोर दिया। 18 दिसंबर को जितेश उसके साथ हरियाणा के जगाधरी के एक अस्पताल में गया। वहां एक महिला ने उसे बताया कि उसकी पत्नी की मां आईसीयू में है और उन्हें उससे मिलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दुल्हन ने जितेश को आश्वासन दिया कि वह वहीं रहेगी और दो दिन बाद वापस आएगी, जिससे वह घर वापस आ गया। हालांकि, उसने उसके फोन कॉल का जवाब देना बंद कर दिया और शादी तय करवाने वाले बलदेव शर्मा ने भी उससे दूरी बना ली।
एसपी भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि कथित धोखेबाजों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भोरंज पुलिस थाने की एक टीम मामले की जांच कर रही है और दोषियों को जल्द ही न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।