June 3, 2025
Himachal

मंडी के मजदूरों को 8 करोड़ रुपये के कल्याण कोष से लाभ

Mandi workers benefit from welfare fund of Rs 8 crore

हिमाचल प्रदेश भवन एवं निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा मंडी जिले के बल्ह उपमंडल के लोअर रिवालसर गांव में गुरुवार को एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में श्रम एवं श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरदीप सिंह कंवर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कंवर ने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पंजीकृत श्रमिकों और उनके आश्रित बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने समाज के हर वर्ग के उत्थान और जरूरतमंद लोगों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

कंवर ने बताया कि मंडी जिले में करीब 88,000 श्रमिक और मजदूर पंजीकृत हैं। पिछले एक साल में राज्य सरकार ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत करीब 8.26 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। अकेले बल्ह उपमंडल में करीब 7,000 श्रमिक पंजीकृत हैं और सभी पात्र व्यक्तियों को लाभ मिल रहा है।

उपलब्ध वित्तीय सहायता का विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि पंजीकृत श्रमिकों और उनके आश्रित बच्चों को विवाह व्यय के लिए 51,000 रुपये मिलते हैं, जबकि बालिका के जन्म पर भी इतनी ही राशि दी जाती है। इसके अतिरिक्त, मातृत्व और पितृत्व लाभ के लिए क्रमशः 25,000 रुपये और 7,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। उच्च शिक्षा के लिए पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को 1.20 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता मिल सकती है। सरकार ने प्रत्येक पंचायत में अकेली महिलाओं के लिए पक्के मकान बनाने के लिए 4 लाख रुपये भी आवंटित किए हैं।

कंवर ने हिमाचल प्रदेश भवन एवं निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण के लिए पात्रता मानदंड के बारे में विस्तार से बताया। 18 से 60 वर्ष की आयु के वे श्रमिक पंजीकरण के लिए पात्र हैं, जिन्होंने पिछले 12 महीनों में कम से कम 90 दिनों तक भवन या निर्माण कार्य में काम किया हो। उन्होंने उपस्थित लोगों को आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री सुखू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में प्रत्येक श्रमिक को आर्थिक आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाया जाएगा।

कृषि उत्पाद विपणन समिति के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया ने भी सभा को संबोधित किया और आगामी वित्तीय वर्ष के बजट में कल्याणकारी योजनाओं और ग्रामीण विकास पर सरकार के फोकस की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों और निराश्रितों के लाभ के लिए कई नई पहल शुरू की गई हैं।

इससे पहले जिला श्रम कल्याण अधिकारी अनिल ठाकुर ने मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्यों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में नगर निगम और ग्राम पंचायतों के अधिकारी, स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं, महिला मंडल और क्षेत्र के कई श्रमिक और मजदूर शामिल हुए।

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