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मनसुख मांडविया ने 2028 के ओलंपिक की तैयारियों को लेकर की अहम बैठक, खिलाड़ियों से की चर्चा

Mansukh Mandaviya holds crucial meeting to discuss preparations for 2028 Olympics

केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को 2028 के ओलंपिक की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें देश के प्रसिद्ध खेल हस्तियों ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य 2028 ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों को तैयार करना और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना था। बैठक में यह चर्चा की गई कि आने वाले दिनों में भारतीय एथलीटों को कैसे बेहतर तरीके से तैयार किया जा सकता है, ताकि वह नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर सफल हो सकें और ओलंपिक में सफलता हासिल कर सक

मनसुख मांडविया ने बैठक में बताया कि मिशन ओलंपिक सेल की स्थापना के साथ हम ओलंपिक की तैयारी के लिए पहले से ही काम करना शुरू कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश के जाने-माने स्पोर्ट्स हस्तियों को इस कमेटी में शामिल किया गया है, ताकि हम मिलकर भारतीय खेलों को एक नई दिशा दे सकें। आगामी ओलंपिक और इंटरनेशनल चैंपियनशिप में हमारे एथलीट सफलता प्राप्त करें, इसके लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा।

बैठक में मशहूर बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि यह एक सार्थक और प्रेरणादायक चर्चा थी। मंत्री जी ने उत्साहपूर्वक इस बात पर जोर दिया है कि 2028 ओलंपिक में हमारा प्रदर्शन उत्कृष्ट हो। वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम आने वाले ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करें। हम जो कदम उठा रहे हैं, वह हमारे खिलाड़ियों को वैश्विक स्तर पर मुकाबला करने के लिए तैयार करेंगे।

वहीं, शूटिंग खिलाड़ी गगन नारंग ने बैठक को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यहां जमीनी स्तर से लेकर अभिजात वर्ग तक खेलों के विकास पर चर्चा की गई। पेरिस ओलंपिक 2024 में जो कुछ भी कमियां थीं, उन पर विचार किया गया और उन्हें दूर करने के लिए रणनीतियां बनाई गईं। 2028 ओलंपिक के लिए यह तैयारी और भी महत्वपूर्ण है, और हमें बेहतर प्रणालियों को अपनाने की आवश्यकता है।

मिशन ओलंपिक सेल की यह पहली बैठक खेल मंत्री के साथ आयोजित की गई, जिसमें देशभर के प्रमुख खिलाड़ियों और कोचों ने भाग लिया। बैठक में यह भी तय किया गया कि ओलंपिक के लिए किस तरह से खिलाड़ियों को पहचाना जाए, उनकी ट्रेनिंग को और बेहतर बनाया जाए और किस प्रकार के सुधारों की आवश्यकता है, ताकि भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी सफलता सुनिश्चित कर सकें।

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