चेन्नई, तमिलनाडु के तेनकासी के पूर्व विधायक के. रविअरुणन ने मंगलवार को कहा कि जिले में 32 पत्थर खदानों में से 9 बिना लाइसेंस के चल रही हैं। रविअरुणन ने अपने एक बयान में कहा कि राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उनके आरटीआई के जवाब में कहा था कि बोर्ड ने 23 खदानों को लाइसेंस दिया है, लेकिन जिले में 32 खदानें चल रही हैं। इसका मतलब है कि 9 खदानें बिना लाइसेंस के काम कर रही हैं।
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि जिला अधिकारी इन खदानों पर उदासीन रवैया अपना रही हैं। उन्होंने कहा कि खदानों को केवल 25 टन पत्थरों को ले जाने की अनुमति है, जबकि कुछ खदानों से 40 टन से अधिक पत्थर ट्रकों में लादे जा रहे हैं।
तेनकासी कार्यालय के एक वरिष्ठ परिवहन अधिकारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “हम अतिरिक्त भार ढोने वाले सभी ट्रकों से 20,000 रुपये चार्ज कर रहे हैं और इसके अलावा 2,000 रुपये प्रति टन अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है।”
वहीं अवैध रूप से काम करने वाली खदानों के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि खदानें बिना लाइसेंस के काम कर रही हैं। यह जिला अधिकारियों को ही स्पष्ट करना होगा।
पूर्व विधायक ने कहा कि उन्होंने अवैध खदानों के संचालन को लेकर राज्य सरकार और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को एक याचिका दी है।