राजस्थान पुलिस ने आज गुरुग्राम से एक ‘दुल्हन’ को गिरफ्तार किया, जिसने अपने परिवार की मदद से राजस्थान में कई युवकों से शादी की और गहने-पैसे लेकर फरार हो गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी दुल्हन काजल एक साल से फरार थी। वह गुरुग्राम के सरस्वती एन्क्लेव में छिपी हुई थी और उसे सीकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में उसके परिवार के सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था।
मई 2024 में, मथुरा ज़िले (उत्तर प्रदेश) के गोवर्धन निवासी भगत सिंह की मुलाक़ात सीकर निवासी ताराचंद जाट से हुई और उन्होंने अपने बेटों भंवरलाल और शंकरलाल की शादी अपनी बेटियों काजल और तमन्ना से कराने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने शादी की तैयारियों के नाम पर ताराचंद से 11 लाख रुपये लिए। 21 मई को वह अपनी पत्नी सरोज, बेटे सूरज और बेटियों के साथ एक गेस्ट हाउस पहुँचे और शादी की रस्में पूरी हुईं।
शादी के बाद भगत सिंह का परिवार दो दिन तक ताराचंद के घर रहा। तीसरे दिन, वे गहने, नकदी और कपड़े लेकर गायब हो गए; जिसके बाद ताराचंद ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। सीकर जिले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई और जाँच एएसआई पूरणमल को सौंपी गई।
पुलिस ने 18 दिसंबर को भगत सिंह और उसकी पत्नी को गोवर्धन से गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि उनका परिवार शादी का धंधा चला रहा था। बाद में पुलिस ने तमन्ना और सूरज को भी गिरफ्तार कर लिया, लेकिन काजल पुलिस की गिरफ्त से बाहर रही। उसने कुछ समय जयपुर और मथुरा में बिताया और फिर गुरुग्राम चली गई।
एएसआई ने बताया, “पूछताछ के दौरान काजल ने खुलासा किया कि उसके पिता ने एक सुसंगठित नेटवर्क बना रखा था। दोनों लड़कियाँ अविवाहित होने का नाटक करती थीं और अपने लिए जीवनसाथी ढूँढ़ती थीं। वे ऐसे अमीर परिवारों की तलाश करती थीं जहाँ युवकों की शादी नहीं हो रही हो। वे अपने पतियों के साथ दो-तीन दिन बिताती थीं, लेकिन शादी पूरी नहीं कर पाती थीं।”