बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मंगलवार को चुनाव प्रचार थम जाएगा। बिहार की 243 सीटों पर दो चरणों में वोटिंग होनी है। पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि दूसरे फेज में 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को मतदान होंगे। वहीं, चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
आईएएनएस-मैटराइज का सर्वे 10 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच किया गया है। इसमें बिहार के 73,287 लोगों के राजनीतिक मिजाज को जानने की कोशिश की गई है। सर्वे में 38,109 पुरुषों, 19,787 महिलाओं और 15,390 युवाओं को शामिल किया गया है। एजेंसी का दावा है कि उसके सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर +/- 3 प्रतिशत हो सकता है।
पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार थमने के साथ ही आईएएनएस-मैटराइज का सर्वे सामने आया है। इस सर्वे में बिहार में किसके सिर पर सत्ता का ताज सजेगा, इसको लेकर राज्य की जनता की राय ली गई है।
आईएएनएस-मैटराइज सर्वे के मुताबिक, बिहार में एक बार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की सरकार बन सकती है, जबकि सर्वे के नतीजों में महागठबंधन को झटका लगता हुआ दिखाई दे रहा है। सर्वे के मुताबिक, राज्य की 243 सीटों में से एनडीए को 153-164 सीटें मिल सकती है, वहीं इंडी गठबंधन को 76-87 सीटें मिलने का अनुमान है।
सर्वे के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी को सबसे ज्यादा 83-87 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। जबकि, जेडीयू को 61-65 सीटें, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) को 4-5 सीट, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 4-5 और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी को 1-2 सीट मिल सकती हैं।
इंडी गठबंधन की बात करें तो सर्वे में राजद को सबसे ज्यादा 62-66, कांग्रेस को 7-9, सीपीएम (एमएल) को 6-8, सीपीआई को 0-1, सीपीएम (मार्क्सवादी) को 0-1 और विकासशील इंसान पार्टी को 1-2 सीट मिलती दिख रही है।
इसके अलावा सर्वे में अन्य दलों पर नजर डालें तो, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 1-2, प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी को 1-3 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं, अन्य को 0-4 सीट मिल सकती है।
वहीं, बिहार चुनाव में वोट शेयरिंग प्रतिशत की बात करें तो, एनडीए को 49 प्रतिशत और इंडी गठबंधन को 38 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
एनडीए गठबंधन के अंदर आने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सबसे ज्यादा 21 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। जबकि, एनडीए में शामिल अन्य दल, जेडीयू को 18 प्रतिशत, हिंदुस्तानी आवाम मार्चो (हम) को 2 प्रतिशत, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 6 प्रतिशत और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को 2 प्रतिशत वोट मिलने के अनुमान हैं।
इसी तरह से आईएएनएस-मैटराइज सर्वे के आंकड़े में एनडीए के खाते में कुल 49 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान जताया गया है।
इंडी गठबंधन की बात करें तो, आईएएनएस-मैटराइज सर्वे के अनुसार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को 22 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान जताया गया है। इसके अलावा इंडी गठबंधन में शामिल कांग्रेस को 8 प्रतिशत, सीपीएम (एमएल) को 5 प्रतिशत, सीपीआई को एक प्रतिशत, सीपीएम (मार्क्सवादी) को एक प्रतिशत और मुकेश सहनी को वीआईपी को एक प्रतिशत वोट मिलने के अनुमान हैं।
इसके साथ ही सर्वे में प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज को 4 प्रतिशत, एआईएमआईएम को एक प्रतिशत और अन्य को 8 प्रतिशत वोट मिलने के अनुमान जताए गए हैं।

