लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को सैनिकों की भर्ती की नई ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे ‘ग्रामीण युवाओं के प्रति अनुचित’ करार दिया।
अग्निपथ योजना सेना, नौसेना और वायु सेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक प्रक्रिया है, जिसे अनुबंध पर चार साल की अवधि के लिए रखा जाता है।
इस योजना की घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को की।
सेना में भर्ती को लंबे समय तक लंबित रखने के बाद, केंद्र ने अब सेना में चार साल की छोटी अवधि के साथ एक नई भर्ती योजना ‘अग्निवीर’ की घोषणा की है। भले ही इसे एक आकर्षक योजना कहा गया हो, लेकिन देश के युवा असंतुष्ट और गुस्से में हैं। वे सेना भर्ती प्रणाली में बदलाव का खुलकर विरोध कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “उनका मानना है कि सेना और सरकारी नौकरियों में पेंशन लाभ को खत्म करने के लिए सरकार सैनिकों के कार्यकाल को चार साल तक सीमित कर रही है, जो ग्रामीण युवाओं और उनके परिवारों के भविष्य के लिए बेहद अनुचित और हानिकारक है।”
हिंदी में ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, बसपा अध्यक्ष ने कहा कि, भर्ती के नए कदम से पहले से ही महंगाई और गरीबी से जूझ रहे लोगों की परेशानी और बढ़ेगी।
देश में लोग पहले से ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, गलत नीतियों और सरकार की अहंकारी कार्यशैली से पीड़ित हैं। ऐसे में सेना में नई भर्ती प्रणाली को लेकर युवाओं में फैली बेचैनी चिंता का कारण बन रही है।
मायावती ने कहा, ‘सरकार को तुरंत अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए, यह बसपा की मांग है।’
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