पंडित बीडी शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (यूएचएस), रोहतक के कुलपति डॉ. एचके अग्रवाल ने एमबीबीएस परीक्षा घोटाले के सामने आने के बाद त्वरित कार्रवाई की है। इस घोटाले में कथित तौर पर छात्रों द्वारा यूनिवर्सिटी के एक कर्मचारी के घर पर उत्तर पुस्तिकाएं दोबारा लिखने का मामला शामिल था।
पांच कर्मचारियों का तबादला गहन जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है उत्तर पुस्तिकाएं कथित तौर पर एक कर्मचारी के घर पर दोबारा लिखी गईं छात्रों ने पुनर्लेखन के लिए मिटने वाली स्याही वाले पेन और पाठ्यपुस्तकों का उपयोग किया पांच कर्मचारियों का तबादला, दो निलंबित और तीन आउटसोर्स कर्मचारी बर्खास्त
सूत्रों ने एक वीडियो का खुलासा किया है जिसमें छात्र बिस्तर और कुर्सियों पर बैठे हुए, कर्मचारी की देखरेख में उत्तर पुस्तिकाओं को फिर से लिखते हुए दिखाई दे रहे हैं। एमबीबीएस के एक छात्र की शिकायत में उल्लेखित फुटेज अब जांच का हिस्सा है। छात्रों ने कथित तौर पर इरेज़ेबल इंक पेन का इस्तेमाल किया, जिसे उन्होंने हेयर ड्रायर से मिटा दिया और पाठ्यपुस्तकों का उपयोग करके उत्तरों को फिर से लिखा।
इस गड़बड़ी में उन नियमों की अनदेखी भी शामिल थी, जिसके तहत परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं में छेड़छाड़ रोकने के लिए निरीक्षकों को सभी खाली पृष्ठों पर क्रॉस मार्क लगाना होता है
घोटाले को स्वीकार करते हुए डॉ. अग्रवाल ने द ट्रिब्यून से कहा, “इस रैकेट में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमने जांच पूरी होने तक दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है और तीन आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं बंद कर दी हैं।”
इस घोटाले के बाद कुलपति ने परीक्षा शाखा से सीधे जुड़े पांच कर्मचारियों का तबादला कर दिया है और उन्हें जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया है। मामले की जांच के लिए कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज, करनाल के निदेशक डॉ. एमके गर्ग के नेतृत्व में तीन सदस्यीय तथ्यान्वेषी समिति गठित की गई है। अन्य सदस्यों में यूएचएस के आईटी सेल के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. सुखदेव चांदला और यूएचएस की भर्ती एवं स्थापना शाखा के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. अरुण कुमार शामिल हैं।
डॉ. अग्रवाल ने कहा, “वीडियो में दिख रहे छात्रों से समिति पूछताछ करेगी। यह घटना दोबारा न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।”